2015-07-10 12:46:00

देशज लोगों के विरुद्ध अपराधों के लिये सन्त पापा ने की क्षमा याचना


सान्ता क्रूज़, बोलिविया, शुक्रवार, 10 जुलाई 2015 (सेदोक): बोलिविया के सान्ता क्रूज़ शहर के "एक्पो फियेरा" नामक रंगभवन में गुरुवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने लोकगत अभियानों के विश्व सम्मेलन के प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया।

यह सम्मेलन वाटिकन स्थित न्याय एवं शांति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति तथा लातीनी अमरीका के रोज़गारों, श्रमिकों, बेरोज़गारों, आप्रवासियों तथा देशज लोगों के प्रतिनिधियों  के लोकगत एवं सामाजिक अभियानों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। बोलिविया के सान्ताक्रूज़ शहर में 07 से 09 जुलाई तक सम्पन्न इस सम्मेलन में न्याय एवं शांति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कसन भी उपस्थित थे।

गुरुवार को लोकगत अभियानों के लगभग 3000 प्रतिनिधियों से मुलाकात के अवसर पर सन्त पापा फ्राँसिस ने अमरीका में उपनिवेशियों की विजय के दौरान काथलिक कलीसिया द्वारा देशज लोगों के विरुद्ध हुए अपराधों के लिये क्षमा याचना की। उन्होंने कहा कि अतीत में ईश्वर के नाम पर अमरीका के देशज लोगों के विरुद्ध घोर अपराध हुए थे जिसके लिये वे सन्त जॉन पौल द्वितीय की तरह ही क्षमा याचना करते हैं। ग़ौरतलब है कि सन् 1992 में लातीनी अमरीका के दोमिनिकन गणराज्य में अपनी यात्रा के दौरान सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय भी 500 वर्षीय उपनिवेशी काल में देशज लोगों द्वारा सही गई पीड़ा के लिये क्षमा याचना की थी।   

सन्त पापा फ्राँसिस उन हज़ारों पुरोहितों का भी स्मरण किया जिन्होंने क्रूस की शक्ति के साथ   तलवार की तर्कणा का विरोध किया था। उन्होंने कहा, घोर पाप किये गये किन्तु देशज लोगों की सुरक्षा के लिये काम करनेवाले पुरोहितों के कार्यों द्वारा कृपा की विपुलता भी बनी रही।    








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