2015-07-06 12:39:00

क्वीटो, एक्वाडोरः हज़ारों ने किया सन्त पापा फ्राँसिस का स्वागत


क्वीटो,सोमवार, 6 जुलाई 2015 (सेदोक): एक्वाडोर की राजधानी क्वीटो में हज़ारों का संख्या में मार्गों के ओर-छोर एकत्र होकर प्रशंसकों ने सन्त पापा फ्राँसिस का देश में भावपूर्ण स्वागत किया। 

रविवार, 05 जुलाई को सन्त पापा फ्राँसिस दक्षिण अमरीका के एक्वाडोर, बोलिविया एवं पारागुए में अपनी नौ दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के लिये रोम से रवाना हुए थे। 13 घण्टों की हवाई यात्रा के उपरान्त सन्त पापा स्थानीय समयानुसार रात्रि दस बजे, क्वीटो के अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे मारीस्काल सुक्रे पधारे। वाटिकन प्रेस के निर्देशक तथा वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने बताया कि हवाई अड्डे से क्वीटो के परमधर्मपीठीय राजदूतावास तक जानेवाले मार्ग के ओर-छोर अनुमातः पाँच लाख प्रशंसक एकत्र हुए थे, जो करतल ध्वनि तथा जयनारे लगाकर सन्त पापा का स्वागत कर रहे थे।  

रोम से क्वीटो तक सन्त पापा की यात्रा कैसी रही? यह पूछने पर वाटिकन प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने हमारे संवाददाता मारियो गलगानो से कहा कि यात्रा सुखद रही जिसके दौरान हालांकि पत्रकार सम्मेलन नहीं रहा तथापि, सन्त पापा ने विमान में उपस्थित लगभग 75 पत्रकारों से व्यक्तिगत मुलाकात की। उन्होंने कहा, "इस प्रकार के क्षण कलीसिया के परमाध्यक्ष एवं मीडिया के बीच सहभागिता की स्थापना करते हैं जो, सन्त पापा के मिशन में सहायता के लिये बुलाये गये हैं।" उन्होंने कहाः "पत्रकारों एवं मीडिया से मुलाकात के अलावा सन्त पापा को इस लम्बी यात्रा के दौरान अपने सन्देश एवं प्रवचनों की तैयारी का भी समय मिला तथा बहुत सा समय उन्होंने प्रार्थना में भी व्यतीत किया।"     

मारीस्काल सुक्रे हवाई अड्डे पर सन्त पापा के स्वागत हेतु एक्वाडोर के राष्ट्रपति राफायल कोर्रेया, एक्वाडोर में सेवारत परमधर्मपीठीय राजदूत महाधर्माध्यक्ष जियाकोमो ओत्तोनेल्लो, वाटिकन में एक्वाडोर के राजदूत लूईस तापिया तथा वरिष्ठ सरकारी एवं कलीसियाई अधिकारी उपस्थित थे।

एक्वाडोर के पारम्परिक रंग-बिरंगे परिधान धारण किये तथा हाथों में गुलदस्ते लिये बच्चों के एक दल ने देश के खास मेहमान सन्त पापा फ्राँसिस का स्नेहवश अभिनन्दन किया। स्वागत समारोह के अवसर पर देश को सम्बोधित अपने प्रथम सन्देश में सन्त पापा फ्राँसिस ने समाज में हाशिये पर जीवन यापन करने वाले निर्धन वर्ग की देखभाल, सामाजिक तौर पर ज़िम्मेदार आर्थिक विकास की गारंटी तथा किसी भी हालत में लाभ पर आधारित विकास के विरुद्ध धरती की रक्षा का आह्वान किया। उन्होंने कहाः "किमबोरात्सो की ऊँचाई से प्रशान्त समुद्री तट तक, एमाज़ोन वर्षावनों से गालापागोस द्वीप तक, ईश्वर ने जो किया और जो कर रहे हैं सके लिये आप ईश्वर को धन्यवाद देने की कभी क्षमता न खोयें। जो छोटा है, साधारण है उसकी सुरक्षा की क्षमता आप कभी न खोयें, अपने बच्चों की आप देखभाल करें, वयोवृद्धों का सम्मान करें, युवाओं में विश्वास जगायें तथा अपने लोगों की नेकता और अपने देश के सौन्दर्य को पहचानने की क्षमता कदापि न खोयें।"  

एक्वाडोर के डेढ़ करोड़ लोगों के लिये सन्त पापा के ये शब्द विशेष कर सुसंगत है, जो विश्व के अत्यधिक विविध जैव एवं पर्यावरणीय निकायों तथा गालापागोस द्वीप का घर है तथा जिसने मानव विकास सम्बन्धी चार्ल्स डारविन के विचारों को प्रेरित किया था। एक ओर जहाँ तेल एवं खनिजों ने एक्वाडोर को आर्थिक समर्थन दिया है वहीं दूसरी ओर निर्वनीकरण तथा प्रदूषण ने देशज जातियों के निवास स्थल एमाज़ोन वर्षावनों के विशाल भागों पर दाग़ लगा दिये हैं। विश्व में तेल एवं खनिजों की गिरती क़ीमत अब एक्वाडोर के राष्ट्रपति कोर्रेया द्वारा आरम्भ उदार सामाजिक सुरक्षा संरचनाओं पर ख़तरा बन रही है। नौ वर्षों से राष्ट्रपति पद पर विराजमान कोर्रेया को भी हाल के दिनों में सरकार-विरोधी प्रदर्शनों एवं हड़तालों का सामना करना पड़ा है।

एक्वाडोर में व्याप्त राजनैतिक उथल-पुथल की पृष्ठभूमि में सन्त पापा फ्राँसिस ने आश्वासन दिया है कि काथलिक कलीसिया लोगों की विविधताओं के प्रति सम्मान को प्रोत्साहित कर आज की चुनौतियों का सामना करने में अवश्य मदद प्रदान करेगी। 








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