2015-07-02 16:02:00

कलीसिया ने नाविकों की भूमिका की सराहना की


वाटिकन सिटी, गुरूवार, 2 जुलाई 2015 (वीआर अंग्रेजी)꞉ वाटिकन में आप्रवासियों और घुमंतूओं की प्रेरिताई हेतु बनी परमधर्मपीठीय समिति ने ‘सागर को समर्पित रविवार’ के लिए संदेश प्रकाशित किया।

12 जुलाई को ‘सागर को समर्पित रविवार’ के लिए प्रकाशित संदेश में कहा गया है कि काथलिक कलीसिया अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में नाविकों की अहम भूमिका की सराहना करती है। संदेश में इस बात पर भी विशेष ध्यान दिया गया है कि सागर में नाविक प्रवासियों की मदद एवं रक्षा करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। 

″प्राचीन काल से ही नाविक समुद्र के किसी भी संकट में पड़े व्यक्ति की मदद करने के दायित्व को पूरा करते आये हैं, यद्यपि नाविक व्यावसायिक रूप से अपने पेशे में दक्ष होते हैं तथा आपात- कालीन स्थितियों का सामना करने के लिए प्रशिक्षित किये जाते हैं तथापि जहाज में सैकड़ों महिलाओं, पुरूषों एवं बच्चों की रक्षा करने का प्रशिक्षण कोई भी समुद्री स्कूल उन्हें नहीं देता।″

कई बार अधिक से अधिक लोगों को बचाने के प्रयास में शारीरिक श्रम तथा लोगों के बेजान शरीर को पानी पर तैरते हुए देखने का अनुभव बहुत दर्दनाक होता है यह अत्यन्त थकान देह होता है और इसके कारण मानसिक रुप से व्यथित लोगों को विशिष्ट मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक समर्थन की आवश्यकता पड़ती है।

‘सागर को समर्पित रविवार’के संदेश में नाविकों की सराहना करते हुए कहा गया है कि ″काथलिक कलीसिया अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में नाविकों की अहम भूमिका की सराहना करती है। खासकर, इस वर्ष हम व्यापारी जहाज़ों के कर्मीदल द्वारा महान मानवीय प्रयास को मान्यता देना चाहते हैं जो कई बार हज़ारों आप्रवासियों की रक्षा में अपनी जान को जोखिम में डालने से भी नहीं हिचकते हैं।″    

वाटिकन ने सागर की प्रेरिताई में संलग्न सभी पुरोहितों एवं स्वयंसेवकों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि वे कलीसिया का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा अपनी प्ररिताई द्वारा लोगों के बीच ख्रीस्त के करुणावान एवं सहानुभूति पूर्ण चेहरे को प्रस्तुत करते हैं।

संदेश में यूरोप के सभी सरकारी अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया गया क्योंकि वे मानव तस्करी एवं शोषण से लोगों की रक्षा करते हैं तथा ग़रीबी एवं संघर्ष से बचने का प्रयास करने वालों की रक्षा करते हैं।

 

 








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