वाटिकन सिटी, मंगलवार, 30 जून 2015 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने, सन्त पेत्रुस एवं सन्त पौलुस के महापर्व के उपलक्ष्य में कुस्तुनतुनिया से रोम पधारे, ऑरथॉडोक्स ख्रीस्तीय शिष्ठमण्डल का, सोमवार को वाटिकन में, हार्दिक स्वागत किया।
प्रतिवर्ष, 29 जून को मनाये जानेवाले, सन्त पेत्रुस एवं सन्त पौलुस के महापर्व पर एक ऑरथॉडोक्स ख्रीस्तीय शिष्ठमण्डल कुस्तुनतुनिया से रोम आता है तथा 30 नवम्बर को मनाये जानेवाले, सन्त अन्द्रेयस के महापर्व के अवसर पर, काथलिक कलीसिया से एक प्रतिनिधिमण्डल कुस्तुतुनिया की भेंट करता है।
सोमवार को प्राधिधर्माध्यक्ष जॉन ज़िजोलास के नेतृत्व में सन्त पेत्रुस एवं पौलुस के महापर्व के लिये रोम आये प्रतिनिधिमण्डल का हार्दिक स्वागत करते हुए सन्त पापा ने आशा व्यक्त की कि रोम एवं कुस्तुनतुनिया की कलीसियाओं के बीच एकता मज़बूत होगी ताकि ख्रीस्त के अनुयायी एक ही कलीसियाई समुदाय के सदस्य बनकर सुसमाचार का सर्वत्र प्रचार कर सकें।
सोमवार को सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में अर्पित ख्रीस्तयाग में ख्रीस्तीय ऑरथॉडोक्स प्रतिनिधिमण्डल के अलावा ऑक्सफर्ड स्थित न्यू कॉलेज की एंगलिकन कलीसियाई भजन मण्डली भी मौजूद थी जिसने वाटिकन के सिस्टीन प्रार्थनालय के गायकों के साथ भक्तिगीतों को स्वर देकर ख्रीस्तीयों के बीच एकता के महत्व पर प्रकाश डाला।
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