मुम्बई, बृहस्पतिवार, 25 जून 2015 (एशियान्यूज़)꞉ ″हमेशा विनम्र, सरल, विश्वास के प्रकाश से प्रकाशित, असाधारण आंतरिक शक्ति से विभूषित, शांत और सौहार्द की भावना से प्रवाहित।″ यह बात भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष
एवं मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेसियस ने मिशनरीस ऑफ चैरिटी की पूर्व
मदर जेनेरल सि. निर्मला की याद करते हुए उनके अंतिम संस्कार के अवसर पर एशियान्यूज़ से
कही।
स्वर्गीय सि. निर्मला का निधन 23 जून
को कोलकता में हो गया था तथा उनका अंतिम संस्कार कोलकता स्थित मिशनरीस ऑफ चैरिटी के मूलमठ
में सम्पन्न हुआ।
कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेसियस ने याद किया
कि उन्हें कई बार सि. निर्मला से मुलाकात करने का अवसर प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा,
″सि. निर्मला से मुलाकात करने के कई सुअवसर
प्राप्त हुए जिसमें मेरी प्रेरिताई को हमेशा ताजगी एवं प्रोत्साहन मिला। मैंने उनकी दैनिक
प्रार्थनाओं से व्यक्तिगत एवं भारत तथा एशिया की कलीसिया के लिए सहयोग को महसूस किया।
सि. निर्मला की आध्यात्मिकता बहुत गहरी थी तथा अपनी पवित्रता द्वारा उन्होंने कलीसिया
को एक प्रेरणा प्रदान की है।″
उन्होंने कहा कि मिशनरीस ऑफ चैरिटी धर्मसंघ
द्वारा सि. निर्मला के आदर्श उदाहरणों एवं उनके बहुमूल्य योगदान को सभी धर्मों के लोगों
के द्वारा याद किया जाएगा न केवल भारत में किन्तु दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भी।
सि. निर्मला के मूल देश नेपाल से भी हज़ारों लोगों ने सहानुभूति व्यक्त की तथा कई संस्थाओं ने भी शोक सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। नेपाल की राजधानी काठमाण्डू की सरकार ने मिशनरीस ऑफ चैरिटी सेवा का आयोजन किया जहाँ उन्होंने सि. निर्मला एवं मिशनरीस ऑफ चैरिटी धर्मसंघ को ″विश्व में इंसानियत एवं समुदाय की सेवा का सर्वोत्तम उदाहरण कहा।″
10 संतानों में से पहली पुत्री सि. निर्मला का जन्म राँची स्थित डोरडा के एक हिन्दु
परिवार में हुआ था।
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