2015-06-24 12:19:00

परिवार पर विश्व धर्माध्यक्षीय धमर्सभा का कार्य दस्तावेज़ प्रकाशित


वाटिकन सिटी, बुधवार, 24 जून 2015 (सेदोक): वाटिकन में आगामी अक्टूबर माह के लिये निर्धारित परिवार पर विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा में वर्तमान परिवार के समक्ष प्रस्तुत चुनौतियों तथा परिवार के मिशन पर विचार विमर्श किया जायेगा जिसके "इन्सत्रूमेनतुम लाबोरिस" अथवा  कार्य दस्तावेज़ की प्रकाशना मंगलवार 23 जून को वाटिकन द्वारा की गई।   

वाटिकन प्रेस कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उक्त दस्तावेज़ की प्रकाशना कर धर्मसभा के महासचिव कार्डिनल लोरेन्सो बालदीसेरी ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि 2014 में परिवार पर सम्पन्न धर्मसभा के उपरान्त सन्त पापा फ्राँसिस ने प्रतिभागियों से आग्रह किया था कि वे वर्तमान परिवार के समक्ष प्रस्तुत गम्भीर चुनौतियों एवं समस्याओं के समाधान हेतु ठोस सुझाव दें। उन्होंने कहा, "आज प्रकाशित दस्तावेज़ सन्त पापा के उसी आग्रह का परिणाम है जिसमें 99 कलीसियाई संगठनों द्वारा प्रेषित उत्तरों एवं 359 याजकवर्ग एवं लोकधर्मी समुदायों द्वारा भेजे गये सुझाव का संकलन निहित है।" 

परिवार पर अक्टूबर माह के लिये निर्धारित विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा का विषय हैः "कलीसिया एवं समसामयिक विश्व में परिवार की बुलाहट एवं उसका मिशन"।

कार्डिनल बालदीसेरी ने बताया कि धर्मसभा के लिये तैयार कार्य दस्तावेज़ तीन भागों में विभाजित हैः प्रथम भाग में परिवार के समक्ष प्रस्तुत चुनौतियों से अवगत कराया गया है, द्वितीय, परिवारों की बुलाहट को पहचानने का प्रयास किया गया है तथा तृतीय, वर्तमान युग में परिवार के मिशन को परिभाषित किया गया है।

प्रेस सम्मेलन को हंगरी के कार्डिनल पीटर एर्दो ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि आज के समाज में व्यक्ति के वैयक्तिक अधिकारों पर अति अधिक बल देने के कारण परिवार के समक्ष प्रस्तुत चुनौतियों का सामना करने के लिये संकल्प की कमी हो गई है। कार्डिनल एर्दो ने कहा व्यक्ति का अलगाव सृष्टिकर्त्ता की योजना से मेल नहीं खाता है। उन्होंने कहा कि अनेक व्यक्तियों में दृढ़ संकल्प का अभाव इस प्रकार के व्यक्तिवाद को ही दर्शाता है।  

इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा, "परिवार को निर्धनता, कम आमदनी तथा संस्था रूप में परिवार को मिलनेवाले राजनैतिक समर्थन के अभाव का भी सामना करना पड़ रहा है"।

महाधर्माध्यक्ष ब्रूनो फोर्ते ने परिवार के समक्ष प्रस्तुत प्रेरितिक समस्याओं को गिनाया और कहा कि ख्रीस्तीय समुदाय का दायित्व है कि वह परिवारों के विकास में सहायता प्रदान करे तथा घावों से द्रवित एवं कमज़ोर परिवारों को ईश्वर की दया दिखाये।  इनमें, उन्होंने कहा अलग हुए परिवार, तलाक शुदा, एक अभिभावक वाले परिवार तथा अविवाहित दम्पत्तियों वाले परिवार शामिल हैं।








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