2015-06-20 15:58:00

युवाओं की बेरोजगारी एक बड़ी समस्या


वाटिकन सिटी, शनिवार, 20 जून 2015 (वीआर सेदोक)꞉ वाटिकन स्थित क्लेमेंटीन सभागार में शनिवार 20 जून को संत पापा फ्राँसिस ने श्रम के शूरवीरों के नेशनल फेडरेशन के 400 सदस्यों से मुलाकात की।

संत पापा ने फेडरेशन द्वारा अपने को व्यापारियों और अर्थशात्रियों की दुनिया से अलग कर रोजगार उत्पन्न करने में मदद करने तथा विश्व में इतालवी उत्पादनों की गुणवत्ता बढ़ाने के महत्वपूर्ण कार्यों की सराहना की।

उन्होंने कहा, ″यह कार्य जिसके लिए आप पुरस्कार से सम्मानित किये गये हैं यह अधिक महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि विगत दिनों की आर्थिक एवं वित्तीय संकट की मार, असमानता, बेरोजगारी आदि के बावजूद आपने ऐसा कर दिखाया है।

संत पापा ने बेरोजगारी की समस्या पर ध्यान खींचते हुए कहा कि युवाओं को रोजगार से वंचित किया जाना एक बड़ी समस्या है। पेशे की दुनिया को इसके लिए तैयार होना चाहिए तथा युवाओं का इंतजार करना चाहिए जबकि इन दिनों ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें युवाओं की आवश्यकता नहीं है। संत पापा ने इसे गम्भीर अव्यवस्था का संकेत कहा जिसके लिए मात्र वैश्विक और अंतरराष्ट्रीय स्तर को दोष नहीं दिया जा सकता।

संत पापा ने कहा, ″सार्वजनिक हित एक साथ जीने का अंतिम लक्ष्य है जिसे जीविका उपार्जन या उत्पादन में वृद्धि कर प्राप्त नहीं किया जा सकता किन्तु एक शर्त पर किया जा सकता है और वह शर्त है सामाजिक शरीर के निर्माण वाली सभी दलों की सक्रिय भागीदारी। उन्होंने कहा कि कलीसिया की सामाजिक शिक्षा एक मौलिक मापदंड की याद दिलाती है कि विकास के केंद्र में व्यक्ति होना चाहिए तथा जब तक स्त्री एवं पुरूष को गौण या एक किनारे रखा जाए तब तक पूर्ण सार्वजनिक हित सम्भव नहीं हो सकता।

संत पापा ने प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर कहा कि उन्होंने समाज की विचारधारा से अलग दूसरों को अधिक उद्यमी और सहयोगी बनाने हेतु मदद करने की हिम्मत और जोखिम उठाया है। इसके लिए न्याय पूर्वक कार्य करते रहने की आवश्यकता है। न्याय का अर्थ मात्र बुरे आचरण से परहेज अथवा नियम का अक्षरशः पालन नहीं है किन्तु नियम के सम्मान के साथ-साथ, सिर्फ अपने लोगों की नहीं सभी लोगों की भलाई की सोच रखना है। 








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