राँची : बुधवार 17 जून 2015 (प्रभात खबर उकान) उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के नाम पर कार्डिनल तेलस्फोर पी टोप्पो से पाँच करोड़ लेवी मांगने के मामले में पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगे हैं। लेवी की रकम पहुँचाने के लिए कार्डिनल को भेजे गये धमकी भरे पत्र में जिस अमित नामक युवक और मोबाइल नंबर का उल्लेख था।
उस मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) मंगलवार को लोअर बाजार पुलिस ने तकनीकी शाखा से हासिल की। मोबाइल का लोकेशन पश्चिम बंगाल है और मोबाइल धारक व्यक्ति का नाम भी अमित है. अमित के नंबर से कई लोगों से बात से हुई है। अमित के नंबर से जिन लोगों से बात हुई है, पुलिस उसके बारे भी जानकारी एकत्र कर रही है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार को सिटी एसपी जाय के निर्देश पर चुटिया सर्किल इंस्पेक्टर इंद्रदेव चौधरी भी चुटिया थाना पहुंचे। उन्होंने भी विभिन्न बिंदुओं पर जांच का निर्देश दिया है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही मामले में लोअर बाजार पुलिस की एक टीम पश्चिम बंगाल में अमित के बारे सत्यापन के लिए जा सकती है। इधर, घटना के बाद पुलिस ने कार्डिनल की सुरक्षा बढ़ा दी है। उनकी सुरक्षा में एक हवलदार व चार सिपाहियों की तैनाती कर दी गयी है। सोमवार को ही पुलिस ने कथित दिनेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि कार्डिनल को पिछले 15 मई को लाल सलाम लिखा पीएलएफआइ के जोनल एरिया कमांडर झारखंड - बंगाल रिजन माइकल राज कुजूर के नाम पर एक धमकी भरा पत्र भेजा गया था। पत्र में लिखा था, " तेलेस्फोर टोप्पो तुम 15 दिन के अंदर हमलोगों को पांच करोड़ दो, नहीं तो हम लोग तुम्हारी हत्या कर देंगे. तुम धर्म प्रचार और ठेकेदारी कर बहुत रुपया कमाये हो। अब सारा पैसा हमारे संगठन को दे दो, तभी तुम्हारी जान बच सकती है।"
पत्र में लिखा था, " पुलिस हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है. पुलिस में यह भी हिम्मत नहीं कि वह हमारे आदमी को पकड़ पाये. यदि पैसा नहीं दिया, तो मार दिये जाओगे. तुम जल्द ही पैसा लेकर पश्चिम बंगाल राज्य के वीरभूम जिला स्थित सिउड़ी शहर में आ जाना. हमारे आदमी का नाम अमित है और पत्र में अमित के मोबाइल नंबर का भी उल्लेख था. घटना के बाद चर्च प्रबंधन की ओर से लोअर बाजार थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। "
सिटी एसपी डॉ जया रॉय ने मंगलवार को पुरुलिया रोड स्थित आर्चबिशप हाउस जाकर पीएलएफआइ की ओर से कार्डिनल से लेवी मांगे जाने के मामले में जानकारी ली़ इस बाबत उन्होंने कार्डिनल के सचिव फादर सुशील टोप्पो से आधे घंटे तक बातचीत की़ इधर, पत्रकारों के सवालों पर सिटी एसपी ने कहा कि पुलिस हर मामले को गंभीरता से लेती है। मामले को लेकर टीम का गठन किया गया है. पुलिस पूरे मामले की जाँच कर रही है।
कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो ने कहा कि सभी जानते हैं कि उन्हें तनख्वाह नहीं मिलती़ विभिन्न परियोजनाओं के लिए वह दूसरों से पैसे मांगते हैं
लोग जो पैसे देते हैं, उससे ही काम होता है़ वह न पैसे कमाते थे, न कमाया है़ वह जर्मनी से लौट कर पीएलएफआइ द्वारा लेवी माँगने के विषय पर पत्रकारों के सवाल का जवाब दे रहे थ़े उन्होंने कहा कि जब यह चिट्ठी आयी थी, तब वह यहां नहीं थ़े ।
वह मामले की सच्चाई भी नहीं जानत़े चिट्ठी में कही गयी उनके पैसे कमाने की बात आधारहीन है़ सुरक्षा से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि वह अपनी सुरक्षा की सोचते, तो कभी फादर ही नहीं बनत़े वह सुरक्षा की मांग नहीं करेंग़े इस विषय पर पुलिस-प्रशासन अपने स्तर से निर्णय लेगा।
कार्डिनल को भेजे गये पत्र को देखने के बाद पुलिस अधिकारियों को आशंका है कि पत्र पीएलएफआइ के उग्रवादियों द्वारा नहीं भेजा गया है. पुलिस को आशंका है कि किसी की निजी दुश्मनी तो अमित नामक किसी व्यक्ति के साथ नहीं है। उसे फंसाने के लिए ऐसा किया गया हो. इसके अलावा भी पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर जाँच कर रही है।
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