2015-06-12 20:10:00

अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन रविवार को करने का विरोध


कोची, शुक्रवार 12 जून, 2015 ( उकान) भारतीय धर्माध्यक्षीय समिति सीबीसीआई के अध्यक्ष कार्डिनल बासेलियोस क्लेमिस ने 21 जून रविवार को होनेवाले अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन पर चिन्ता व्यक्त की है।

उन्होंने नरेन्द्र मोदी सरकार के 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें योग दिवस पर कोई आपत्ति नहीं है पर रविवार का दिन ईसाइयों के लिये ‘पवित्र दिन’ होता है।

रविवार को होने वाले पूजन विधियों के साथ ख्रीस्तीय समझौता नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "यह खेदपूर्ण है कि ऐसे महत्वपूर्ण आयोजन रविवार के दिन किये जा रहे हैं। कई ख्रीस्तीय योग समारोह में सम्मिलित होने की इच्छा के बावजूद हिस्सा ले नहीं पायेंगे।"  

कार्डिनल ने कहा, "केन्द्र सरकार द्वारा रविवार के कार्यक्रम को ईसाइयों पर थोपे जाने को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। यह संविधान में निहित धार्मिक स्वतंत्रता के खिलाफ़ है।"

योग समारोह पर अनिवार्य रूप से भाग लेने के आदेश पर कुछ मुस्लिम संगठनों ने भी आपत्ति जतायी है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्यों ने अनिवार्य योगा क्लास के खिलाफ़ आवाज़ उठायी है।

उधर केन्द्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि 21 जून को होने वाले अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस की उपस्थिति ‘अनिवार्य’ नहीं है।

सिरोमलाबार कलीसिया के प्रवक्ता फादर पौल थेलाक्कट ने सरकार से अपील की है कि वे अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन 21 जून के बदले 20 जून शनिवार को किया जाय ताकि सब इसमें सहभागी हो सकें। 








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