2015-06-11 17:24:00

संत पापा ने रूस के राष्ट्रपति से मुलाकात की


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 11 जून 2015 (सीएनए)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने बुधवार 10 जून को वाटिकन के प्रेरितिक प्रसाद में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर यूक्रेन तथा मध्य पूर्व में संकट पर विचार-विमर्श किया।

पुतिन के नेतृत्व में रूस ने यूक्रेन के क्रीमिया भूभाग पर कब्जा कर लिया है। यूक्रेन की सरकार एवं पश्चिमी देशों के अनुसार, देश के पूर्व में सैनिकों को रूसी अलगाववादियों के साथ लड़ना पड़ रहा है जबकि पुतिन ने रूस के सैनिकों की यूक्रेन में उपस्थिति से इन्कार किया है।

वाटिकन सूत्रों के अनुसार मुलाकात सौहार्दपूर्ण रही जिसमें संत पापा फ्राँसिस ने पुतिन से बात-चीत में इस बात पर बल दिया कि यूक्रेन में जारी संघर्ष के मद्देनजर ″वे शांति स्थापना हेतु वफादार और विशेष प्रयास से संलग्न हों।″

उन्होंने इस बात के महत्व पर भी जोर दिया कि वार्ता का वातावरण तैयार किया जाए जहाँ सभी पक्ष मीनस्क में हुए शांति समझौते को मानने के लिए तैयार होवें।

संत पापा फ्राँसिस एवं पुतिन ने मध्य पूर्व की स्थिति पर भी बहस की, विशेषकर ईराक एवं सीरिया जहाँ रूस ने देश के गृह युद्ध में राष्ट्रपति बशर अल-असद को समर्थन दिया है।

दोनों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सहायता से क्षेत्र में शांति निर्माण की अनिवार्यता तथा अल्पसंख्यकों विशेषकर, ख्रीस्तीयों की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।

मुलाकात हेतु निर्धारित समय से करीब 70 मिनट देर से आये रूस के राष्ट्रपति की संत पापा से व्यक्तिगत मुलाकात करीब 50 मिनट तक चली।

 मुलाकात के अंत में दोनों पक्षों ने एक दूसरे को उपहार प्रदान किया।

संत पापा ने पुतिन को मेडल भेंट करते हुए कहा, ″यह शांति का दूत है जो सभी युद्धों को पराजित कर देता तथा लोगों के बीच सद्भावना की बात करता है।″ उन्होंने अपने विश्व पत्र इवंनजेली गौदियुम की प्रति देते हुए कहा कि सुसमाचार का आनन्द जिसमें कई धार्मिक, मानवीय, भू राजनीतिक और सामाजिक प्रतिबिंब पर चिंतन निहित है।

रूस के राष्ट्रपति ने संत पापा से विदा लेते हुए कहा, ″यह मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि मैंने आपसे मुलाकात की।″   

 








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