2015-05-28 15:40:00

विवाह की तैयारी का महत्व


वाटिकन सिटी, बुधवार, 27 मई 2015 (वीआर सेदोक)꞉ बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में विश्व के कोने-कोने से एकत्रित हज़ारों तीर्थयात्रियों को सम्बोधित किया।

उन्होंने इतालवी भाषा में कहा, ″ख्रीस्त में मेरे अति प्रिय भाइयो एवं बहनो, परिवार विषय पर धर्मशिक्षा माला को जारी रखते हुए आज हम विवाह की तैयारी हेतु सगाई पर चिंतन करें। एंगेजमेंट या सगाई शब्द अपने आप में समर्पण एवं प्रतिबद्धता की भावना को व्यक्त करता है। सगाई वह समय है जब भावी दम्पति सुन्दर किन्तु अपेक्षापूर्ण वैवाहिक जीवन की तैयारी हेतु एक-दूसरे से परिचित होते है। प्यार ही इस तैयारी की मांग करता है जो आजीवन प्रेम के अटूट बंधन में बंधने के एक स्वतंत्र, उदार एवं शांत निर्णय को सम्भव बनाता है। यही कारण है कि कलीसिया विवाह की तैयारी हेतु कोर्स प्रदान कर सगाई की अवधि का विशेष महत्व देती है। ख्रीस्तीय विवाहित दम्पतियों की सहायता से मँगेतर आपसी प्रेम, भविष्य, भावी जीवन में विश्वास एवं प्रार्थना के महत्व आदि पर चिंतन करते हैं।

संत पापा ने भावी दम्पतियों के लिए प्रार्थना का अह्वान करते हुए कहा, ″हम विवाह की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए प्रार्थना करें कि वे अपने विवाह के दिन की तैयारी मात्र सांसारिक तरीके से नहीं किन्तु विवेक, आशा तथा आनन्द से कर सकें जो ख्रीस्त में विश्वास द्वारा उत्पन्न होता है।″  

इतना कह कर, संत पापा ने अपनी धर्मशिक्षा समाप्त की।

धर्मशिक्षा माला समाप्त करने के उपरांत उन्होंने भारत, इंगलैंड, स्वीजरलैंड,  इंडोनेशिया, जापान, कनाडा,  अमेरिका और देश-विदेश के तीर्थयात्रियों, उपस्थित लोगों तथा उनके परिवार के सदस्यों को विश्वास में बढ़ने तथा पुनर्जीवित प्रभु के प्रेम और दया का साक्ष्य देने की कामना करते हुए अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।








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