2015-05-13 12:43:00

वाटिकन सिटीः निर्धनों एवं धरती की देखभाल पर शक्तिशाली धनवानों को चेतावनी


वाटिकन सिटी, बुधवार, 13 मई 2015 (सेदोक):  सन्त पापा फ्राँसिस ने धनवान एवं शक्तिशाली लोगों को चेतावनी दी है कि यदि वे निर्धनों एवं धरती की देखभाल नहीं करेंगे तो उन्हें ईश्वर के न्याय का सामना करना पड़ेगा।

मंगलवार को सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में ख्रीस्तयाग अर्पित कर सन्त पापा ने कारितास यानि अन्तरराष्ट्रीय काथलिक उदारता संगठन "कारितास इन्टरनात्सियोनालिस की आम सभा का उदघाटन किया।

ख्रीस्तयाग प्रवचन में सन्त मत्ती रचित सुसमाचार पाठ से ली गई पंक्ति कि "मैं भूखा था और तुमने मुझे तृप्त किया" को उद्धृत कर सन्त पापा ने कहा, "सबको भोजन मिले इसके लिये हमें हर सम्भव प्रयास करना चाहिये किन्तु विश्व के शक्तिशाली व्यक्तियों को धरती एवं पर्यावरण के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को भी याद रखना चाहिये।"   

उन्होंने कहा, "हमें शक्तिशाली एवं धनाढ्य लोगों को याद दिलाना होगा कि एक दिन उन्हें ईश्वर के न्याय का सामना करना होगा और उस समय यह प्रकट किया जायेगा कि वास्तव में उन्होंने प्रत्येक को भोजन प्रदान करने का प्रयास किया अथवा नहीं। साथ ही, उनसे यह भी पूछा जायेगा कि उन्होंने पर्यावरण की देखभाल की या नहीं जिससे उसका विनाश न हो अपितु वह सबके लिये खाद्य उत्पादन कर सके।"  

सन्त पापा ने कहा, "धरती पर सबके लिये भोजन उपलब्ध है किन्तु ऐसा प्रतीत होता है इसे सबके साथ साझा करने की इच्छा का अभाव है।" 

सन्त पापा ने कहा कि विश्व में व्याप्त कारितास काथलिक उदारता संगठन के कार्यों को ईश्वर एवं पड़ोसी प्रेम से शक्ति मिलती है तथा इस मूल के बिना उसका कोई अस्तित्व नहीं है। उन्होंने कहा, "हमारी सभी योजनाएँ खोखली रह जायेंगी यदि वे ईश्वर एवं पड़ोसी प्रेम से परिपूरित न हों।"

कारितास के सदस्यों को उन्होंने परामर्श दिया कि वे एक सुव्यवस्थित एवं सुनियोजित संगठन तक ही अपने कार्यों को सीमित न रखें अपितु हर स्थानीय कलीसिया, स्थानीय पल्ली और प्रत्येक व्यक्ति को अपना केन्द्र बनायें।      








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