2015-05-11 17:38:00

ख्रीस्तीय जीवन शहादत का जीवन


वाटिकन सिटी, सोमवार 11 मई, 2015 (सेदोक, वीआऱ)  संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 11 मई को वाटिकन स्थित सान्ता मार्था अतिथि निवास के प्रार्थनालय में यूखरिस्तीय बलिदान अर्पित करते हुए प्रवचन में धर्मसतावट और ख्रीस्तीय जीवन में आनेवाली विपत्तियों पर चिन्तन प्रस्तुत किया।

संत पापा ने कहा, " हम आज उस घटना के साक्ष्य हैं जब ईश्वर के नाम पर ख्रीस्तीयों का कत्ल हो रहा है क्योंकि ख्रीस्तीयों का कत्ल करनेवाले अविश्वासी है और ईश्वर को नहीं जानते हैं। येसु ने कहा था ऐसा मुझे हुआ और तुम्हें भी होगा। तुम आश्चर्य नहीं करना क्योंकि पवित्र आत्म तुम्हारी मदद करेगा।"

संत पापा ने कहा, " मैं उन लोगों की याद करना चाहते हैं जिन्हें हाल में मौत के घाट उतार दिया गया। मरनेवाले ख्रीस्तीयों के मुख पर येसु ख्रीस्त का नाम था। यही सच्ची शहादत है।"

संत पापा ने कहा, " अगर ख्रीस्तीय ख्रीस्तीय जीवन में शहादत होने के पक्ष को गंभीरतापूर्वक नहीं लेते हैं तब यही समझा जाना चाहिये कि वे येसु ख्रीस्ती की शहादत के पथ को नहीं समझते हैं।" 

उन्होंने कहा, " ख्रीस्तीय जीवन में शहीद होने के पथ का अर्थ है अधिकारों की रक्षा के लिये शहीद होना, बच्चों की रक्षा के लिये  शहीद होना परिवार की रक्षा के लिये  जीवन देना। "

संत पापा ने दैनिक सुसमाचार पाठ के आधार पर प्रवचन देते हुए पवित्र आत्मा की चर्चा की। उन्होंने कहा कि पवित्र आत्मा आपको सत्य के बारे में बतलायेगा।

उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीय जीवन एक यात्रा है जिसमें पवित्र आत्मा हमारा मार्गदर्शन करता है।

उन्होंने प्रवचन के अन्त में ईश्वर से निवेदन करते हुए एक प्रार्थना चढ़ायी और कहा, " हे पिता हमें कृपा दे ताकि हमें पवित्र आत्मा को ग्रहण करें जो हम येसु के मार्ग की याद करायेगा और रोज दिन हमें इस बात की शक्ति प्रदान करेगा कि हम उसका साक्ष्य दे सकें ताकि हम हरपल ईश्वर की इच्छा के अनुसार शहीद होते रहें। 

 

 

 

 

 

 








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