श्रोताओं के पत्र
पत्र- आदरणीय फा॰ अलेक्स जी, प्रभु यीशु के पवित्र नाम में नमस्कार! वाटिकन रेडियो कार्यक्रम के श्रोता हम नियमित कार्यक्रम सुनते हैं। साप्ताहिक कार्यक्रम ज्ञानवर्धक है इसकी तुलना करना सूर्य को दीपक दिखाने जैसा है।
संत पापा फ्राँसिस ने कोरिया की यात्रा की उसका विशेष महत्व है। आपको पता होगा कि संत पापा फ्राँसिस ने महिलाओं के एक दल से मुलाकात की जो सभी बिल चेयर पर बैठ कर आये थे। जिन्हें द्वितीय विश्व युद्ध में जापानी सेनाओं द्वारा मौन गुलाम बनाया गया था। बड़ी दुःख की घटना थी। ईश्वर उन्हें शांति दें।
दीपक कुमार दास, अपोलो रेडियो लि॰ कल्ब, मुजफ्फरपुर, ढ़ोली सकरा, बिहार।
पत्र- बिहार के पूर्वी चम्पारण स्थित कृतपुर मठिया, से सियोन रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष राम विलास प्रसाद हमें लिखते हैं- सेवा में,
श्रोताओं के पत्र कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले भाई-बहन जी को प्यार भरा नमस्कार।
कविता का शीर्षक है- अरमान ।
है शौक यही अरमान यही
हम कुछ करके दिखलाएँगे ।
मरने वाली दुनिया में हम
अमरों में नाम लिखवाएँगे ।।
जो लोग गरीब भिखारी
जिन पर न किसी की छाया है ।
हम उनको गले लगाएँगे
हम उनको सुखी बनाएँग ।।
जो लोग हारकर बैठे हैं
उम्मीद मारकर बैठे हैं।
हम उनको बुझे दिमागों में
फिर से उत्साह जगाएँगे ।।
रोको मत आगे बढ़ने दो
आजादी के दीवाने हैं ।
हम मातृभूमि की सेवा में
अपना सर्वस्व लगाएँगे ।।
हम उन वीरों के बच्चे हैं
जो धुन के पक्के, सच्चे थे ।
हम उसका मान बढ़ाएँगे
हम जग में नाम कमाएँगे ।।
पत्र – 8.4.15
भारत में सबसे ज्यादा मौतें कोलस्ट्रोल बढ़ने के कारण हार्ट अटैक से होती हैं।
जिसका आसान आयुर्वेदिक इलाज है-
अदरक खून को पतला करता है। यह दर्द को प्राकृतिक तरीके से 90% तक कम करता है।
लहसुन में मौजूद allicin तत्व cholesterol व BP को कम करता है। वह हार्ट ब्लॉकेज को खोलता है।
नींबू (lemon juice) - इसमें मौजूद antioxidants, vitamin C व potassium खून को साफ़ करते हैं। ये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
एप्पल साइडर सिरका में 90 प्रकार के तत्व हैं जो शरीर की सारी नसों को खोलते है, पेट साफ़ करते हैं व थकान को मिटाते हैं।
इन देशी दवाओं को इस तरह उपयोग में लेवें :-
एक कप नींबू का रस लें; एक कप अदरक का रस लें; एक कप लहसुन का रस लें; एक कप एप्पल का सिरका लें; चारों को मिला कर धीमीं आंच पर गरम करें जब 3 कप रह जाए तो उसे ठण्डा कर लें; उसमें 3 कप शहद मिला लें, रोज इस दवा के 3 चम्मच सुबह खाली पेट लें जिससे सारी ब्लॉकेज खत्म हो जाएगी
चूँकि ज्यादातर लोग दिल के दौरे के वक्त अकेले होते है और बिना किसी की मदद के उन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है। वे बेहोश होने लगते हैं और उनके पास सिर्फ 10 सेकण्ड्स होते है ।
ऐसे हालत में पीड़ित जोर जोर से खांस कर खुद को सामान्य रख सकता है। एक जोर की सांस
लेनी चाहिए हर खांसी से पहले और खांसी इतनी तेज हो की छाती से थूक निकले।
जब तक मदद न आये ये प्रक्रिया दो सेकंड से दोहराई जाए ताकि धड़कन सामान्य
हो जाए। जोर की साँसे फेफड़ों में ऑक्सीजन पैदा करती है और जोर की खांसी की वजह
से दिल सिकुड़ता है जिस से रक्त संचलन नियमित रूप से चलता है।
डॉ. हेमान्त कुमार, प्रियदर्शनी रेडियो लिश्नर्स क्लब के अध्यक्ष, गोराडीह भागलपुर, बिहार।
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