2015-05-02 15:33:00

मेक्सिको के मिशनरी फ्रायर जुनिपेरो


वाटिकन सिटी, शनिवार, 2 मई 2015 (आर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार, 2 मई को, अमरीका के धन्य जुनिपेरो सेर्रा की संत घोषणा पर चिंतन के अवसर पर रोम के उत्तरी अमेरिकी कॉलेज के विद्यार्थियों के साथ यूखरिस्त बलिदान अर्पित किया।

उन्होंने प्रवचन में प्रेरित चरित से लिए गये पाठ पर चिंतन किया जहाँ प्रभु कहते हैं, ″मैंने तुम्हें राष्ट्रों की ज्योति बना दिया है, जिससे तुम्हारे द्वारा मुक्ति का संदेश पृथ्वी के सीमांतों तक फैल जाये।''(प्रे.च.13꞉47)   

संत पापा ने कहा कि प्रभु के ये शब्द कलीसिया के मिशनरी स्वभाव को प्रकट करते हैं जिसमें येसु हम सभी को सुसमाचार का प्रचार करने हेतु भेजते हैं। शिष्यों ने आरम्भ से ही यही अनुभव किया था जब अत्याचार के समय उन्हें येरूसालेम छोड़कर दुनिया के अन्य हिस्सों में जाना पड़ा। येसु का यह कथन उस समय भी सत्य सिद्ध हुआ जब मिशनरियों ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जाकर सुसमाचार का प्रचार किया।

संत पापा ने कहा कि उन्हीं मिशनरियों में से एक थे फ्रायर जुनिपेरो। उनका कार्य हमें मेक्सिको में ख्रीस्तीय विश्वास के अग्रदूत प्रथम 12 फ्राँसिसकन मिशनरियों की याद दिलाता है।

संत पापा ने फ्रायर जुनिपेरो के जीवन के तीन प्रमुख पहलुओं को प्रस्तुत किया- प्रेरितिक उत्साह, माता मरिया के प्रति अगाध भक्ति एवं पवित्रता का साक्ष्य।

 फायर जुनिपेरो एक अथक मिशनरी थे। राष्ट्रों में सुसमाचार प्रचार की चाह ने उन्हें सब कुछ का परित्याग करने हेतु प्रेरित किया था। वहाँ उन्होंने लोगों के बीच ख्रीस्त से मुलाकात करने के हृदय स्पर्शी अनुभव को बांटा जिसकी सच्चाई और सुन्दरता को उन्होंने खुद अनुभव किया था। संत पौलुस और बर्नाबस तथा अन्य शिष्यों के समान वे सुसमाचार के आनन्द और पवित्र आत्मा की कृपा से पूर्ण थे। हमें उनके गुणों पर चिंतन करने की आवश्यकता है ताकि हम भी उनके जीवन से प्रेरणा प्राप्त कर सकें।

फायर जुनिपेरो के जीवन के दूसरे पहलू पर प्रकाश डालते हुए संत पापा ने कहा कि उन्होंने अपने सभी प्रेरितिक कार्यों के लिए माता मरिया पर भरोसा रखा जिसके कारण कैलिफोर्निया छोड़ने के पूर्व उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन ग्वादालुपे की माता मरिया के चरणों में समर्पित किया तथा उन लोगों के लिए प्रार्थना की जिनके बीच मिशन हेतु वे जाने वाले थे।

संत पापा ने उनके तीसरे पहलू पर ग़ौर करते हुए कहा कि वे अमरीका के संस्थापकों में से एक थे। कलीसिया में उन्होंने पवित्रता का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है। यही कारण है कि उनके द्वारा अमरीका के सभी लोगों ने अपनी प्रतिष्ठा की खोज की एवं कलीसिया तथा ख्रीस्त के साथ संबंध स्थापित किया। संतों की मंडली में विशेष कर अमरीका के अन्य संतों के साथ फ्रायर जुनिपेरो सेर्रा हमारी सहायता करे तथा हमारे लिए प्रार्थना करे।








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