2015-04-30 16:12:00

उदारता का सबसे बड़ा रूप


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 30 अप्रैल 2015 (वीआर सेदोक)꞉ यूरोप में प्रवासियों का स्वागत करने और सीरिया में ख्रीस्तीयों के साथ सहकारिता में संलग्न, इटली के 5,000 विद्यार्थियों के साथ संत पापा फ्राँसिस ने रोम स्थित पौल षष्ठम सभागार में बृहस्पतिवार 30 अप्रैल को मुलाकात की।

कम्यूनिटी ऑफ क्रिशचियन लाईफ एवं स्टूडेंटन्स मिशनरी लींग की रोम में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर संत पापा ने उनका अभिवादन करते हुए कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रथम बिन्दु के रूप में कहा, ″न्याय एवं शांति की संस्कृति को प्रोत्साहन देने हेतु समर्पण।″  उन्होंने कहा कि अराजकता, भ्रष्टाचार और टकराव की संस्कृति की मार झेल रहे लोगों के बीच वे सार्वजनिक हित के प्रति समर्पण के लिए बुलाये गये हैं क्योंकि यही उदारता का सबसे बड़ा रूप है जिसकी सभी से मांग की जाती है।

संत पापा ने दूसरे महत्वपूर्ण बात पर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि पारिवारिक प्रेरिताई पर विशेष ध्यान देना। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे समाज की ईकाई परिवार की प्रेरिताई में धर्मप्रांतीय समुदायों की मदद करें तथा भावी दम्पतियों को विवाह सूत्र में बंधने हेतु सहायता दें।

संत पापा ने विद्यर्थियों के मिसनरी लीग की सराहना करते हुए कहा कि यह परियोजना विश्व की राह पर गरीबों की सहायता कर एवं प्रेरितिक कार्यों में हाथ बटाकर अपना बहुमूल्य योगदान दे रही है। उन्होंने इस कार्य को जारी रखने का प्रोत्साहन देते हुए उन्हें निहायत आवश्यकताओं में पड़े लोगों तक पहुंचने की सलाह दी। लोगों के प्रति आपका सद्भाव, शांति के सेतु के रूप में आपके मिशन को सभी ओर उजागर करे।

संत पापा ने कहा कि आपकी प्रेरितिक के मूल में सदा सुसमाचारी साक्ष्य का आनन्द तथा अन्यों के प्रति सम्मान हो।

 








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