2015-04-21 12:10:00

वाटिकन सिटीः सन्त पापा फ्राँसिस ने की यूरोपीय रब्बियों से मुलाकात


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 21 अप्रैल 2015 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने सोमवार को वाटिकन में यूरोपीय रब्बी सम्मेलन के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर कहा कि वर्तमान युग के स्त्री-पुरुषों में धार्मिक भाव को बरकरार रखना यहूदियों एवं ख्रीस्तीयों की समान ज़िम्मेदारी है।

यूरोप के लगभग 700 रब्बियों का प्रतिनिधित्व करनेवाले यूरोपीय रब्बी सम्मेलन के प्रतिनिधियों ने सोमवार को सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना।

सन्त पापा ने कहा, "धर्म के प्रति उदासीनता एवं नास्तिकतावाद के ख़तरों का सामना कर रहे वर्तमान समाज में यहूदियों एवं ख्रीस्तीयों की ज़िम्मेदारी है कि वे ईश्वर एवं मानव जीवन की पवित्रता का साक्ष्य प्रस्तुत कर आज के स्त्री-पुरुषों में धार्मिक भाव को कायम रखने का हर सम्भव प्रयास करें।"

उन्होंने कहा, "ईश्वर परमपावन हैं तथा जो जीवन उन्होंने हमें वरदान स्वरूप दिया है वह पवित्र एवं अलंघनीय है।"

सन्त पापा ने कहा, "आज, यूरोप में मानव जीवन के आध्यात्मिक एवं धार्मिक आयाम पर बल देना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। धर्म के प्रति उदासीनता से चिह्नित एवं नास्तिकतावाद की ओर झुकते समाज में यह ख़तरा उत्पन्न हो गया है कि हम ईश्वर के अस्तित्व को ही भुला बैठें। लोग ख़ुद को ईश्वर कहने, सब कुछ का मापदण्ड मानने, सबकुछ को नियंत्रण में रखने तथा सबकुछ स्वेच्छा से करने के प्रलोभन में पड़ रहे हैं। जबकि हमें सदैव याद रखना होगा कि जीवन ईश्वर द्वारा दिया गया वरदान है।"

रब्बियों से मुलाकत के अवसर पर सन्त पापा ने रोम के पूर्व प्रधान रब्बी एलियो तोआफ के प्रति भी श्रद्धान्जलि अर्पित की जिनका निधन विगत रविवार को हो गया था। सन् 1986 में सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय के साथ उन्होंने रब्बी तोआफ़ की मुलाकात का स्मरण किया तथा कहा कि रब्बी तोआफ शांति एवं वार्ता के पुरुष थे।     








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