2015-04-18 16:10:00

समर्पित होकर ही समाज अपनी क्षमताओं का पूर्ण विकास कर सकता


वाटिकन सिटी, शनिवार, 18 अप्रैल 2015 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार, 18 अप्रैल को इटली के राष्ट्रपति सेरजो मतारेल्लो तथा अन्य सरकारी अधिकारियों से मुलाकात कर उनकी इस पहल को परमधर्मपीठ तथा इटली के बीच अच्छे संबंध का संकेत कहा।

उन्होंने कहा, ″रिपब्लिकन पार्टी के संविधान द्वारा समर्थन प्राप्त लातेरन समझौता तथा समझौते के संशोधन ने एक ठोस आधार प्रदान किया है जिसके तहत आप शांति पूर्वक विकास कर रहे हैं तथा इटली एवं परमधर्मपीठ के बीच आपसी संबंध को मजबूत बना रहे हैं जो आपसी संप्रभुता तथा स्वतंत्रता के साथ-साथ मूल्यों एवं सार्वजनिक चीजों में एक दूसरे का सहयोग सुनिश्चित करता है।″

संत पापा ने कहा कि यह आवश्यक है कि एक दूसरे की भूमिका एवं कर्तव्यों का अंतर किया जाना तथा एक-दूसरे के कार्यों का सम्मान दिया जाना चाहिए तथापि आपसी संबंधों को नवीकृत किये जाने और सैन्य बलों को मिलजुल कर कार्य करने की भी आवश्यकता है ताकि सभी नागरिकों का कल्याण हो जिन्हें इस समझौता से होने वाले लाभ का अधिकार है।

संत पापा ने कहा कि कलीसिया सुसमाचार की सुन्दरता तथा मुक्ति का संदेश प्रस्तुत करती है जिसकी आध्यात्मिक प्रेरिताई, शांति और सौहार्द का प्रचार किया जाना चाहिए, जिसे जनता के नेता ही बढ़ावा दे सकते हैं।

समाज तभी अपनी क्षमताओं का पूर्ण विकास कर पाता है जब वह समर्पित होता तथा कलीसिया का उदारता पूर्वक सहयोग करता है। स्वायत्तता आम उत्तरदायित्वों की अवहेलना नहीं करता किन्तु मानव समुदाय की आध्यात्मिक एवं भौतिक आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु ठोस कदम को बढ़ावा देता है क्योंकि विनम्रता एवं समर्पण के साथ सेवा करना हम सभी का कर्तव्य है।

संत पापा ने आशा व्यक्त की कि अपनी महान परम्परा का लाभ उठाते हुए तथा व्यापक संस्कृति में ख्रीस्तीय विश्वास से प्रेरित होकर इटली, सद्भावना में बढ़े तथा समृद्धि प्राप्त करे जिससे कि वह अपने महत्वपूर्ण सहयोग द्वारा दुनिया की शांति एवं न्याय में अपना योगदान दे सके।








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