2015-04-18 15:48:00

चुनौतियों का सामना करने हेतु रचनात्मक बनने की आवश्यकता


वाटिकन सिटी, शनिवार, 18 अप्रैल 2015 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन स्थित क्लेमेंटीन सभागार में 18 अप्रैल को, लड़कियों के लिए अंतरराष्ट्रीय काथलिक युवा सेवा के 60 प्रतिनिधियों से उनकी आम सभा के अवसर पर मुलाकात की।

संत पापा ने उन्हें सम्बोधित कर असुरक्षित एवं कठिनाई में पड़े युवाओं की मदद हेतु उनके समर्पण के लिए धन्यवाद दिया तथा याद दिलाया कि आधुनिक काल में कई प्रकार की गरीबी है जिनके निदान हेतु उन्हें अधिक रचनात्मक बनने की आवश्यकता है जिससे कि वे जरूरतमंद लोगों को भौतिक सहायता के साथ आध्यात्मिक सहायता भी पहुँचा सकें।

संत पापा ने कहा, ″जी हाँ, येसु के समान अन्यों की मदद करने में ही सच्चा आनन्द है।″ उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय काथलिक युवा सेवा द्वारा जो उदारता के कार्य किये जा रहे हैं तथा आज की चुनौती, विशेषकर, विस्थापन के मद्देनजर आवश्यक है कि व्यक्ति के जीवन एवं उसकी प्रतिष्ठा की सेवा  की जाए। ईश पुत्र जिन्होंने मानव रूप धारण किया उनमें सच्चे विश्वास से प्रेरित होकर वे अपने आप को अर्पित करें तथा दूसरों की सेवा करें।″ (एवनजेली गौदियुम 88) संत पापा ने कहा कि युवा जिन्होंने आपका अनुसरण किया है उन्हें ध्यान देने एवं सुनने की आवश्यकता है जिससे कि वे उन्हें मजबूत बनने में मदद कर सकें और सुसमाचार के मूल्यों से पोषित मानवीय गुणों एवं आध्यात्मिकता में परिपक्व बना सकें।  

संत पापा ने प्रतिनिधियों को सलाह दी कि वे युवाओं को इस तरह प्रशिक्षित करें कि वे हर परिस्थिति में भाईचारा एवं सद्भावना के साक्षी बनें। वे उन्हें सिखलायें कि हम कमजोर हैं तथा ईश्वर एवं एक दूसरे पर निर्भर करते हैं। अपने देह धारण द्वारा ख्रीस्त ने एक रास्ता दिखलाया है कि हम पिता की करूणा से प्रेरित होकर दूसरों के प्रति सहानुभूति रखने हेतु समर्पित हों। उनके शिष्य होने के लिए उचित यह है कि हम लोगों के प्रति सहानुभूति रखें, उन्हें प्रेरित करें, उनकी सुनें तथा उन्हें स्वतंत्र करें एवं उनका साथ दें।

संत पापा ने उन्हें सलाह दी कि वे कलीसिया रूपी बृहद परिवार की एकता की भावना में बढ़ें। सुसमाचार के आनन्द की घोषणा करना जारी रखें। युवा जो सेवा करना चाहते हैं वे विविध संस्कृति, युवाओं के मूल और धार्मिक परम्परा का ध्यान रखें।








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