2015-04-11 11:00:00

रोमः धर्मसमाजियों एवं धर्मसंघियों ने की ख्रीस्तीयों पर अत्याचारों की निन्दा


रोम, शनिवार, 11 अप्रैल 2015 (सेदोक): विश्व के काथलिक धर्मसमाजियों एवं धर्मसंघियों ने, शुक्रवार, 10 अप्रैल को जारी एक सन्देश में विश्व के विभिन्न राष्ट्रों में ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों पर हो रहे अत्याचारों की कड़ी निन्दा की तथा अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया कि वह शांति हेतु ठोस उपाय करे।

रोम में, 07 अप्रैल से 11 अप्रैल तक, समर्पित जीवन सम्बन्धी परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के तत्वाधान में, सम्पूर्ण विश्व के लगभग 1,300 काथलिक धर्मसमाजी, धर्मसंघी एवं मठवासी, एक अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिये एकत्र हुए थे।

परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल होआओ ब्राज दे आविज़ द्वारा हस्ताक्षरित सन्देश में धर्मसमाजियों एवं धर्मसंघियों ने कहा, "हम अपने आप को विश्व के उन सभी लोगों के समीप महसूस करते हैं जो येसु ख्रीस्त में अपने विश्वास के ख़ातिर उत्पीड़ित किये जा रहे हैं। साथ ही, उन सभी समर्पित व्यक्तियों के प्रति एकात्मता का प्रदर्शन करते हैं जो अपनी प्रेरिताई के कारण प्रताड़ित किये जा रहे हैं।"

धर्मसमाजियों एवं धर्मसंघियों ने अपने पीड़ित भाइयों एवं बहनों के "सत्यनिष्ठ साक्ष्य", उनकी बुलाहट एवं उनके मिशन और साथ ही प्रताड़ितों की सहायता के लिये उनके प्रति आभार व्यक्त किया तथा उन्हें अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस तथा सम्पूर्ण कलीसकिया के साथ मिलकर वे प्रार्थना करते हैं कि "पुनर्जीवित येसु ख्रीस्त की शांति का वरदान सब प्रकार की घृणा एवं हिंसा को समाप्त कर सकेगी जिससे सब लोग, एक दूसरे में, भाई और बहन का दर्शन कर सकें।

हिंसा ढानेवालों के लिये भी उन्होंने प्रार्थना की कि प्रभु की कृपा से उनका मनपरिवर्तन हो ताकि विश्व में शांति एवं मैत्री की स्थापना हो सके।     








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