2015-04-09 15:02:00

समर्पित जीवन प्रशिक्षकों का अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस


रोम, बृहस्पतिवार, 9 अप्रैल 2015 (वीआर अंग्रेजी)꞉ समर्पित जीवन प्रशिक्षकों के लिए 7 से 11 अप्रैल तक रोम में एक अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस का उद्घाटन बुधवार को जागरण प्रार्थना के साथ किया गया।

प्रशिक्षकों की अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस की विषयवस्तु है ″सुसमाचारी जीवन के अनुसार मसीह में जीना- दुनिया एवं कलीसिया के केंद्र में समर्पित जीवन हेतु प्रशिक्षित।″

समर्पित जीवन सम्बधी परमधर्माध्यक्षीय धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल ज़ॉ ब्राज़ दी अविज़ ने कांग्रेस का उद्घाटन किया तथा कांग्रेस की विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन दिनों, धर्म समाजी, कलीसिया एवं संसार में उनकी बुलाहट की आधारभूत पहचान पर चिंतन करेंगे तथा आज की चुनौतियों का सामना करने हेतु आवश्यक प्रशिक्षण पर विचार करेंगे।

उन्होंने संत पापा के आह्वान को उद्धृत करते हुए धर्म समाजियों से कहा, ″बीते दिनों को कृतज्ञता  से याद करना, समय के चिन्ह को विश्वास की नज़रों से देखना तथा रचनात्मक ढंग से कलीसिया की आवश्यकताओं का प्रत्युत्तर देना चाहिए।″ उन्होंने ग़ौर किया कि आज नवीन भौगोलिक एवं सांस्कृतिक परिवेश की चुनौतियाँ व्यक्ति को गुमराह कर सकती हैं किन्तु दैनिक जीवन में सुसमाचार के संदेश पर चिंतन करते हुए वर्तमान को भी उत्साह के साथ जिया जा सकता है।

वर्तमान को उत्साह के साथ जीने का अर्थ है समुदाय, साक्ष्य और रचनात्मकता में निपुणता।

कार्डिनल ज़ॉ ब्राज़ दी अविज़ ने कहा कि इस संघर्ष पूर्ण समाज में जहाँ विभिन्न प्रकार की संस्कृतियाँ आपस में संतुलन स्थापित करने हेतु संघर्षरत रहती हैं हमें भाईचारे से प्रेरित समुदाय का आदर्श प्रस्तुत करना है जहाँ मानव प्रतिष्ठा का कद्र तथा प्रत्येक व्यक्ति की क्षमता को पहचान एवं सम्मान मिल सके।

धर्मसमाजियों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि वे भविष्य को आशा के साथ स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि यद्यपि समर्पित जीवन में कई चुनौतियाँ हैं तथापि प्रभु के लिए कुछ भी असम्भव नहीं है इसी विश्वास से वर्तमान को अपनाएँ जिससे कि वे कलीसिया की प्रेरिताई में अपना बड़ा योगदान दे सकें।

 








All the contents on this site are copyrighted ©.