2015-03-31 12:12:00

मुम्बईः कृषकों में आत्महत्या एक गहरा घाव, वसई के धर्माध्यक्ष


मुम्बई, मंगलवार, 31 मार्च 2015 (एशियान्यूज़): मुम्बई के उपनगर वसई धर्मप्रान्त के धर्माध्यक्ष फेलिक्स एन्थोनी मचादो का कहना है कि किसानों की आत्महत्याएँ कलीसिया एवं भारतीय समाज के लिये एक गहरा घाव है।

एशियान्यूज़ से महाराष्ट्र के कृषकों में बढ़ती आत्महत्याओं के बारे में उन्होंने कहा, "कलीसिया जीवन की पूर्णता की घोषणा करती है इसलिये हमारे किसान भाइयों की पीड़ा हमें भी दुःखी करती है, उनका मरण एक त्रासदी है।"

उन्होंने कहा, "मिथ्यावाद से घिरे विश्व में कलीसिया सत्य की प्रकाशना करती है, यदि लोगों में झगड़े होते हैं तो वह पुनर्मिलन और शांति का रास्ता दिखाती है, जहाँ विनाश होता है वहाँ कलीसिया वार्ता एवं शांति के सेतुओं के निर्माण का प्रयास करती है।"

विगत सप्ताह ग्रामीण एवं आदिवासी समुदायों के विकास के महत्व को रेखांकित करते हुए धर्माध्यक्ष मचादो के नेतृत्व में वसई के बहारे में लगभग 600 किसान परिवारों ने एक प्रदर्शन में भाग लिया।

धर्माध्यक्ष मचादो ने कहा, "वसई के अधिकांश लोग कृषि करते हैं। उन्हें धारणीय विकास की ज़रूरत है जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं एवं अन्य प्राथमिक सेवाओं सहित ईश्वर द्वारा वरदान स्वरूप मिले संसाधनों का सन्तुलित वितरण भी शामिल है।"

भारत में महाराष्ट्र ऐसा राज्य है जहाँ किसानों में आत्महत्याओं की प्रवृत्ति नित्य बढ़ती देखी गई है। इसका प्रमुख कारण आर्थिक समस्या होता है। 

धर्माध्यक्ष ने कहा, "परिवार की क्षति सम्पूर्ण समाज की क्षति है तथा कृषकों की व्यथा सबकी व्यथा है जिसके उपचार हेतु उपयुक्त कदम उठाये जाने की नितान्त आवश्यकता है।" 








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