2015-03-30 12:39:00

इराक में वाटिकन प्रतिनिधिमंडल का दौरा


इरबिल, ईराक, सोमवार 30 मार्च, 2015 (सीएनए) परमधर्मपीठीय कोर उनुम के उप सचिव मान्यवर  सेकुन्दो तहादो मन्योज़ के नेतृत्व में वाटिकन का एक प्रतिनिधिमंडल ने ईराक के ईरबिल और दोहुक क्षेत्र का दौरा किया ताकि ईराक में ख्रीस्तीयों की बिगड़ती स्थिति की ओर विश्व का ध्यान खींचा जा सके।

प्रतिनिधिमंडल ने ईराक के लोगों को माता मरिया की एक मूर्ति (‘आवर लेडी अनडूअर ऑफ़ नोट्स’) प्रदान की जिसे संत पापा फ्राँसिस ने आशिष दिया था।

अपनी ईराक दौरा के बारे में बतलाते हुए मान्यवर सेगुन्दो ने बतलाया कि अन्तरराष्ट्रीय परोपकारी संगठनों की भूमिका अति महत्वपूर्ण रही है फिर इसे और ही प्रभावकारी बनाये जाने की आवश्यकता है।

विदित हो कि वाटिकन के इस प्रतिनिधिमंडल ने 26 से 29 तक की यात्रा की। उन्होंने बताया कि ईराक दौरे का लक्ष्य था , " विभिन्न कारितासों और परोपकारी संगठनों के बीच सहयोग की भावना को मजबूत करना ताकि अन्तराष्ट्रीय विस्थापितों की मदद की जा सके और सहायता का व्यापक लाभ मिले।" 

मालूम हो कि इसिस के सन् 2014 के जून महीने से जारी आक्रमण से 2.5 मिलियन लोग विस्थापित हो गये हैं और मोसुल और निनवेह से भागकर इरबिल और कुरदिश के अन्य शहरों में भाग गये हैँ।

क्षेत्र में 25 कैम्प बनाये गये हैं जहाँ विस्थापितों को आवश्यक सुविधायें उपलब्ध करायी जा रहीं है।

इरबिल के महाधर्माध्यक्ष बरशार वारदा ने बताया कि इरबिल क्षेत्रों में उन 560 घरों का उपयोग विस्थापितों के लिये किया जा रहा जो खाली पड़ा था।

 

प्रतिनिधिमंडल में पूर्वी कलीसिया के अधिकारी, कारितास इन्टरनैश्नालिस के महानिदेशक तथा इस क्षेत्र में विभिन्न काथलिक चैरिटी के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

विदित हो संत पापा ने अपनी प्रार्थनाओं में सदा ईराक की याद की है और वहाँ के ख्रीस्तीयों के लिये प्रार्थना की है। लोगों के बीच सुसमाचार प्रचार के लिये बने संघ के प्रीफेक्ट कार्डिनल फेरनन्दो फिलोनी पवित सप्ताह की पूजन विधि इरबिल में बितायेंगे।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार अन्तरधार्मिक वार्ता के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल जाँ लूइस तौराँ भी आनेवाले दिनों में क्षेत्र का दौरा करेंगे।

 

 

 








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