2015-03-28 16:12:00

पुण्य शुक्रवार को आयोजित सभा पर मुख्य न्यायधीश को सीबीसीआई का पत्र


नई दिल्ली, शनिवार, 28 मार्च 2015 (ऊकान)꞉ भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने ईसाईयों के महापर्व पुण्य शुक्रवार से शुरू की जाने वाली राज्यों के मुख्य न्यायाधीशों की तीन दिवसीय सभा पर अपत्ति जताते हुए भारत के मुख्य न्यायधीश एच.एल दत्तु को एक पत्र प्रेषित किया।

सीबीसीआई के उप महासचिव फादर जोसेफ चिन्नायन ने पत्र में लिखा कि सभा का ईसाइयों द्वारा सदियों से मनाये जा रहे इन तीन पवित्र दिनों के दौरान आयोजित किया जाना उनके विश्वास को तोड़ सकता है।

पत्र में कहा गया है, ″पुण्य शुक्रवार विश्वभर के ख्रीस्तीय धमानुयायियों का वर्ष में एक महत्वपूर्ण दिवस है जब मानव जाति के लिए येसु ख्रीस्त के सर्वोच्च बलिदान की यादगारी मनायी जाती है।″

फादर चिन्नायन ने याद किया कि भारतीय सरकार ने ख्रीस्त जयन्ती को सुशासन दिवस मनाने का निर्णय कर भारतीय ख्रीस्तीयों के बीच निराशा उत्पन्न की थी। उन्होंने कहा कि ख्रीस्त जयन्ती, गुड फ्राई डे तथा ईस्टर सदियों से पवित्र त्यौहार के रूप में मनाये जाते रहे हैं।

उन्होंने लिखा, ″जानबूझ कर या अनजाने ही इन त्यौहारों के महत्व को कम करने का कोई भी प्रयास ख्रीस्तीय समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुँचाता है।″

उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश से अपील की है कि भारत के ख्रीस्तीयों की वैध भावनाओं को ध्यान में रखते हुए वे उचित उपाय अपनाएँ जिससे कि हमारी धार्मिक भावनाओं को सम्मान मिले तथा पुण्य शुक्रवार एवं ख्रीस्त जयन्ती की पवित्रता बरकरार रखी जा सके।

 








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