2015-03-18 11:46:00

हिन्दू चरमपंथी भारत की महिलाओं के लिये एक ख़तरा, ख्रीस्तीय नेता


मुम्बई, बुधवार, 18 मार्च 2015 (एशियान्यूज़): ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स संगठन के अध्यक्ष डॉ. साजन के. जॉर्ज ने रानाघाट में धर्मबहन के बलात्कार तथा हिस्सार में गिरजाघर में तोड़-फोड़ पर चरमपंथी हिन्दू संगठन, विश्व हिन्दू परिषद, के सहसचिव सुरेन्द्र जैन के वकतव्य को नीच, अभद्र एवं जानबूझकर की गई दुर्भावनापूर्ण टिप्पणी निरूपित किया है।

पश्चिम बंगाल के रानाघाट में 72 वर्षीय धर्मबहन के सामूहिक बलात्कार पर टीका करते हुए सुरेन्द्र जैन ने कहा था कि धर्मबहनों का  "यौन शोषण ख्रीस्तीय संस्कृति का अंग है, हम हिन्दू ऐसा नहीं करते।"   

एशियान्यूज़ से बातचीत में डॉ. जॉर्ज ने कहा, "विश्व हिन्दू परिषद के सहसचिव सुरेन्द्र जैन की टिप्पणी की हम कड़े शब्दों में निन्दा करते हैं। वे कितना नीचे उतर सकते हैं यह दर्शाता है कि वे कितने ख़तरनाक हैं। बलात्कार ग़लत है, यह एक भयावह एवं निन्दनीय कृत्य है।"

डॉ. साजन के. जॉर्ज ने कहा, "सुरेन्द्र जैन एक चरमपंथी तत्व है जो भारतीय समाज में विभाजन के बीज बोता है।" यह बात उन्होंने कहा हरियाणा के हिस्सार ज़िले में गिरजाघर पर हुए हमले पर की गई उनकी टिप्पणी से स्पष्ट ज़ाहिर होती है।

ग़ौरतलब है कि हिस्सार ज़िले के कैमरी गाँव में, छः मार्च को, एक निर्माणाधीन गिरजाघर में कुछ उग्रवादियों ने तोड़-फोड़ मचाई थी तथा वहाँ हनुमान देवता की मूर्ति स्थापित कर दी थी। इस अवसर पर भी सुरेन्द्र जैन ने इस हमले को स्थानीय लोगों का सहज कृत्य बताकर इसका औचित्य ठहराने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा था, "जहाँ ख्रीस्तीय लोग नहीं हैं वहाँ गिरजाघर का निर्माण क्यों? क्या ख्रीस्तीय हमें वाटिकन में हनुमान मन्दिर बनाने देंगे? जब वे ऐसा करने देंगे तब वे कहीं भी भारत में गिरजाघर बना सकेंगे।"

श्री जॉर्ज ने स्मरण दिलाया कि भारतीय संविधान के अनुसार भारत एक धर्मनिर्पेक्ष राष्ट्र है जहाँ के नागरिकों को धर्म, अन्तःकरण एवं अभिव्यक्ति की पूर्ण स्वतंत्रता है।             

  

   








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