2015-03-03 12:08:00

उत्तरी अफ्रीका की कलीसियाओं के प्रति सन्त पापा ने प्रकट किया आभार


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 03 मार्च, सन् 2015 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने लिबिया एवं उत्तरी अफ्रीका के कलीसियाई समुदायों के साहस के लिये उनके प्रति आभार व्यक्त किया है। 

मोरॉक्को, आलजिरिया,ट्यूनिशिया एवं लिबिया के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन "चेरना" के सदस्य धर्माध्यक्षों को, सोमवार को, सम्बोधित कर सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि उत्तरी अफ्रीका के कलीसियाई समुदाय विश्व के उन क्षेत्रों में शांतिपूर्ण उपस्थिति का प्रमाण हैं जहाँ अन्तःकरण की स्वतंत्रता पर ख़तरा बना हुआ है।    

इस बात के मद्देनज़र कि विगत कुछेक वर्षों में उत्तरी अफ्रीका अन्तःकरण की स्वतंत्रता तथा अस्त्रों सहित परिवर्तनों को थोपने की रणभूमि बनी हुई है सन्त पापा ने धर्माध्यक्षों एवं ख्रीस्तीय समुदायों के साहस के लिये उनके प्रति हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।     

सन्त पापा ने लिबिया की कलीसिया, यहाँ के पुरोहितों एवं लोकधर्मियों द्वारा दर्शाये गये साहस, निष्ठा एवं दृढ़ प्रतिज्ञता के लिये आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "यही लोग सुसमाचार के सच्चे साक्षी हैं।" 

विश्व के उस क्षेत्र में शान्ति एवं पुनर्मिलन की स्थापना हेतु कार्य करते रहने के लिये सन्त पापा ने उन्हें समर्थन दिया तथा प्रार्थना में सदैव उनके समीप रहने का आश्वासन प्रदान किया।  

 








All the contents on this site are copyrighted ©.