वाटिकन सिटी, शुक्रवा 27 फरवरी, 2015 (सेदोक,वीआर) फ्राँसीसी अर्थशास्त्री और लेखक पियेर दे लुवाजुन को ‘चेन्तेसिमुस अन्नुस प्रो पोन्तेफिचे फाउन्डेशन’ पुरस्कार दिया गया।
वाटिकन सूत्रों के अनुसार पियेर ने सन् 2013 में एक किताब लिखी जिसमें उन्होंने बैंक मध्यवर्तीकालीन बैंकों से लेकर अब तक के वित्तीय मॉडल के ख्रीस्तीय परिप्रेक्ष को प्रकट किया है। उनकी किताब का नाम है " फिनान्से उन रिगार्ड क्रेएतिएन. देला बानक्वे मेड्वीभल आ ला मोन्दीलाइजेशन फिननसियेरे।"
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की घोषणा 26 फरवरी बृहस्पतिवार को वाटिकन सिटी में संवाददाता सम्मेलन में किया गया। वाटिकन ने इस समारोह में युवा विजेताओं के नामों की घोषणा की।
विदित हो कि संत पापा जोन पौल द्वितीय द्वारा 1 मई सन् 1991 ईस्वी प्रकाशित दस्तावेज़ ‘चेन्तेसिमुस अन्नुस’ के सम्मान पर बने फाउन्डेशन का मुख्य उद्देश्य है काथलिक सामाजिक सिद्धांतो का विशेषज्ञों तथा बुद्धिजीवियों के बीच प्रसार करना ताकि इसका व्यापक प्रभाव आम समाज पर पड़े।
यही कारण है कि बैंक विशेषज्ञ पियेर दे लुवाजुन की तीन भागों वाली किताब को वर्ष 2015 के पुरस्कार के लिये उपयुक्त पाया गया है। पियेर की किताब के पहले भाग में धर्मग्रंथ और आर्थिक मुद्दों की चर्चा दूसरे भाग में अर्थ व्यवस्था में काथलिक सिद्धांतों का योगदान और अन्तिम भाग में दीर्घकालीन दृष्टि की ज़रूरत की चर्चा है।
फाउन्डेशन ने ‘चेन्तेसिमुस अन्नुस’ के साथ ‘प्रो पोन्तिफिचे’ जोड़ कर संत पापा जोन पौल द्वितीय को एक गुरु और सार्वभौमिक गड़ेरिया का सम्मान दिया है।
पियेर लुवाजुन ने वर्षों तक अर्थव्यवस्था तथा बैंकिंग क्षेत्र में कार्य किया है। उन्हें न सिर्फ़ अर्थ व्यवस्था तथा बैंक की जानकारी है पर राजनीति, संस्कृति और धार्मिक अभिव्यक्ति की भी जानकारी है।
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