2015-02-14 16:44:00

अंतरधार्मिक वार्ता की सभा हेतु भारत में वाटिकन के अधिकारी


वाटिकन सिटी, शनिवार, 14 फरवरी 2015 (वीआर अंग्रेजी)꞉ वाटिकन की अंतरधार्मिक वार्ता संबंधी परमधर्मपीठीय समिति भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सहयोग से आयोजित सभा में भाग लेने हेतु भारत की यात्रा पर है।

भारत में वाटिकन के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष सलवातोरे पिन्नाकियो के साथ वाटिकन की अंतरधार्मिक वार्ता संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के प्रतिनिधि फादर इंदुनील कोदीथूवाक्कू तथा फादर सान्तियागो माईकल इस सभा में भाग ले रहे हैं।

उनकी पहली सभा शुक्रवार 13 फरवरी को बोध गया में सम्पन्न हुई। इस सभा की विषयवस्तु थी ″बौद्ध और ख्रीस्तीय धर्मानुयायी मिलकर भाईचारा को प्रोत्साहन दें।″ श्रीलंका, थाईलैंड कोरिया, जापान मयानमार मंगोलिया ताईवान और भारत से एकत्र दोनों धर्मों के विश्वासियों ने सभा में खुलकर भाग लिया।

अंतरधार्मिक वार्ता संबंधी परमधर्मपीठीय समिति का अगला कार्यक्रम 14 और 15 फरवरी को वारानसी में होगा जहाँ वे हिन्दू, मुस्लमान, बौद्ध, सिख तथा जैन धर्मों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। वारानसी में सभा की विषयवस्तु है ,″धार्मिक विविधता का उत्सव मनाते हुए दुनिया में शांति और प्यार को बढ़ावा देना।″

ज्ञात हो कि सभा का आयोजन काथलिक कलीसिया में ‘नॉस्त्रा आएताते’ अर्थात् द्वितीय वाटिकन महासभा द्वारा ख्रीस्तीयों और ग़ैरख्रीस्तीयों के बीच संबंध स्थापित करने की घोषणा के 50 वर्ष पूरा होने पर आयोजित किया गया है।

कार्यक्रम के अंतिम दिन रविवार 15 फरवरी को वारानसी के संत मरिया महागिरजाघर में समारोही ख्रीस्तयाग सम्पन्न किया जायेगा।








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