2015-02-11 11:44:00

दिल्ली में "आप" की जीत फासीवाद की पराजय, भारत के ख्रीस्तीय नेता


मुम्बई, बुधवार, 11 फरवरी सन् 2015 (एशियान्यूज़): भारत के ख्रीस्तीय नेताओं ने देहली में आम आदमी पार्टी की जीत को फासीवाद की पराजय निरूपित किया है।

केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को देहली चुनाव में मिली करारी हार तथा आम आदमी पार्टी एवं देहली के नये मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल की ऐतिहासिक विजय पर भारत के ख्रीस्तीय समुदाय ने हर्ष व्यक्त किया है और कहा है कि यह राष्ट्रीयवादी शक्तियों की पराजय है।

देहली के काथलिक महाधर्माध्यक्ष अनील कूटो ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा, "देहली विधान सभा चुनाव में अरविन्द केजरीवाल एवं उनकी पार्टी की ऐतिहासिक विजय दिल्ली के लाखों  नागरिकों की आशाओं एवं आकाँक्षाओं को प्रतिबिम्बित करती है जिन्होंने एक अभूतपूर्व शासनादेश सौंपा है।"  

महाधर्माध्यक्ष कूटो ने आशा व्यक्त की कि केजरीवाल की नई सरकार जाति, धर्म एवं वर्ग का भेदभाव किये बिना सब नागरिकों के कल्याण के लिये तथा सामाजिक शांति एवं धार्मिक सद्भाव के लिये काम करेगी। 

ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स (जीसीआईसी) के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने एशियान्यूज़ से बातचीत में आम आदमी पार्टी की जीत को फासीवाद पर विजय निरूपित करते हुए कहा, "चरमपंथी एवं राष्ट्रीयवादी शक्तियों के हिंसक कृत्यों के प्रति घृणा के कारण लाखों लोगों ने भाजपा के विरुद्ध मतदान किया।"   

उन्होंने कहा, "देहली के चुनाव परिणाम हमारे लोकतांत्रिक निकाय की विजय तथा अल्पसंख्यकों के विरुद्ध नित्य बढ़ती असहिष्णुता, दिल्ली के पाँच गिरजाघरों पर हमले और साथ ही ख्रीस्तीय समुदाय के विरुद्ध हिन्दू चरमपंथियों की हिंसा पर केन्द्रीय सरकार की निष्क्रियता एवं मौन का फल है।"  

ओडिशा के मानवाधिकार कर्त्ता काथलिक पुरोहित फादर अजय कुमार सिंह ने एशियान्यूज़ से कहा, "देहली में "आप" की विजय के साथ हिन्दुत्व फासीवादी शक्तियों पर नियंत्रण रखा जा सकेगा। मेरी आशा है कि केजरीवाल की विकास नीतियाँ केवल अर्थव्यवस्था पर ही केन्द्रित नहीं होंगी अपितु निष्पक्षता, समानता एवं मानव गरिमा भी इनमें शामिल रहेंगे।"    

  








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