2015-01-28 12:10:00

आऊश्विट्स नरसंहार की 70 वीं पुण्य तिथि पर काथलिकों की श्रद्धान्जलि


पोलैण्ड, बुधवार, 28 जनवरी 2015 (सीएनएस): पोलैण्ड के आऊश्विट्स नगर स्थित नाज़ी नज़रबन्दी शिविर को मुक्त किये जाने की 70 वीं बरसी पर काथलिकों ने मारे गये यहूदियों के प्रति श्रद्धा अर्पित की।  

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाज़ी सेना ने इसी नज़रबन्दी शिविर में लगभग 15 लाख यहूदियों को मार डाला था।

मंगलवार, 27 जनवरी को, आऊश्विट्स नगर स्थित वार्ता एवं प्रार्थना केन्द्र में ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन कर, पोलैण्ड के काथलिक धर्माधिपति, क्रेकाव के महाधर्माध्यक्ष, कार्डिनल स्तानिसलाव डिविट्स ने, मारे गये यहूदियों को प्रति भाव भीनी श्रद्धान्जलि अर्पित की, उन्होंने कहाः "जब हम यह पूछते हैं कि क्या आऊश्विट्स के नर्क में ईश्वर विद्यमान थे, तब हमें यह स्मरण रखना चाहिये कि ईश्वर शांति के ईश्वर हैं तथा उनका अन्तिम शब्द हैं शांति।" 

उन्होंने कहा, "शांति ईश्वर का वरदान है जिसके लिये सतत् प्रार्थना का आवश्यकता है। इसीलिये आज हम यहाँ एकजुट हुए हैं ताकि भविष्य के लिये उचित कदम उठा सकें तथा यह कदम हमें अतीत एवं इतिहास के साक्ष्य से निष्कर्ष निकालने के बाद ही उठाना चाहिये।"

आऊश्विट्स स्थित वार्ता एवं प्रार्थना केन्द्र में मंगलवार को अर्पित ख्रीस्तयाग में पोलैण्ड में वाटिकन के राजदूत महाधर्माध्यक्ष चेलेस्तीनो मिलियोरे ने भी सहभाग लिया। ख्रीस्तयाग में पोलैण्ड के राष्ट्रपति ब्रॉनिस्लाव कोमोरोव्स्की भी उपस्थित थे।

कार्डिनल डिविट्स ने अपने प्रवचन में कहा कि आऊश्विट्स अत्याचारों पर मानव की ज़िम्मेदारी के बारे में अभी भी बहुत से प्रश्न पूछे जाना शेष हैं तथापि, इस नज़रबन्दी शिविर का मुक्त किया जाना यह भी याद दिलाता है कि मानव के प्रयासों से शांति उपलब्ध की जा सकती है।

उन्होंने कहा कि कई पहलें आरम्भ की गई है ताकि भावी पीढ़ियाँ इस खौफ़नाक अतीत को न भुलायें तथा ज़िम्मेदारी के साथ, न्याय, सदभाव एवं शांति पर आधारित, भविष्य का निर्माण करें।     








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