2015-01-07 10:44:00

पत्र


पत्र – 22.11.14

आदरणीय पिता जी आप सभी को प्रभु येसु के नाम से सादर प्रणाम। आशा हैं वहां पर आप सभी सानंद होंगे। प्रभु येसु का सुमिरन किया करो उनके नाम के सहारे जिया करो जो दुनिया के मालिक हैं नाम उसीका लिया करो।

विद्यानन्द रामदयाल, पियर्स मोरिशस।

 

पत्र- 26.10.14

महाशय, नमस्कार! खुशी के साथ सूचित करना है कि मैँ 'वाटिकन रेडियो हिंदी सेवा' का नियमित तथा पुराना श्रोता हूं। आपके द्वारा प्रसारित सभी कार्यक्रम ज्ञानवर्धक, शिक्षाप्रद, प्रेरणादायक और सारगर्भित होते हैँ। कार्यक्रम प्रस्तुतिकरण शैली तथा प्रसारण गुणवत्ता उच्च स्तर के हैँ। इसलिए कार्यक्रम सुनकर नियमित पत्र लिखने तथा प्रचार-प्रसार करने का प्रयास करता हूं। आपके फेसबुक और वेबसाइट भी बहुत अच्छे लगते है। 02 अक्टूबर को सुबह की सभा मेँ साप्ताहिक कार्यक्रम 'धर्मशिक्षा माला' में पवित्र आत्मा द्वारा दिए गए आध्यात्मिक वरदानों के महत्व पर दी गयी जानकारी रोचक तथा सारगर्भित लगी। एवं प्रसारित भक्ति गीत- आओ आत्मा... हे पवित्र आत्मा... मेरी आत्मा में बस जाओ... शांतिदायक लगी। बेहतर प्रस्तुति के लिए वाटिकन रेडियो परिवार को हार्दिक धन्यवाद! 

डॉ. हेमान्त कुमार, प्रियदर्शनी रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष, गोराडीह भागलपुर, बिहार।

 

पत्र- 29.11.14

प्रिय फादर जस्टिन, कुछ दिनों पहले आपका पत्र प्राप्त कर बहुत आश्चर्य हुआ। मेरे इस उम्र में मैं लिख पाने के काबिल नहीं हूँ किन्तु ब्रदर अमित ने मुझे कल बतलाया कि यदि मैं उन्हें डिक्टेट करूँ तो वे मेरी ओर से पत्र लिख देंगे। अतः आज प्रातः मुझे एक जेस्विट फादर को जवाब देते हुए अत्यन्त खुशी हो रही है जो दूसरों के लिए येसु के प्रेम को फैलाने का एक महान एवं अनूठा कार्य कर रहे हैं।

मैं क्षमा प्रार्थी हूँ कि खुद आपको पत्र नहीं लिख सका किन्तु ब्रा. अमित ने पत्र लिख कर मेरे लिए बड़ा एहसान किया है। वाटिकन रेडियो द्वारा दुनिया में येसु के सुसमाचार को फैलाने के कार्य को आप जारी रखें। मैं उन लोगों के लिए प्रार्थना करता रहूँगा जो येसु को नहीं जानते ताकि वे आपके द्वारा उन्हें सुन सकें। मुझे अत्यन्त हर्ष हो रहा है कि मैंने लम्बे समय के बाद आपको सुन पाया है।

फादर वान।

 

पत्र 13.10 2014

कृपया मेरे पते पर वाटिकन समाचार और रविवारीय चिंतन भेजने का कष्ट करें।

फादर यूजिन टोप्पो एस. जे।








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