मुम्बईः पहली परमाध्यक्षीय प्रेरितिक यात्रा की स्वर्ण जयन्ती सम्पन्न
मुम्बई, मंगलवार, 9 दिसम्बर 2014 (ऊका समाचार): मुम्बई महाधर्मप्रान्त ने रविवार, 07
दिसम्बर को, सन्त पापा पौल षष्टम द्वारा, सन् 1964 ई. में 38 वें विश्व यूखारिस्तीय काँग्रेस
के अवसर पर सम्पन्न, पहली परमाध्यक्षीय प्रेरितिक यात्रा की स्वर्ण जयन्ती के उपलक्ष्य
में एक माह तक आयोजित समारोहों का विधिवत समापन किया।
मुम्बई के वडाला स्थित
डॉन बॉस्कोज़ मैदान में, भारत में सेवारत, परमधर्मपीठीय राजदूत महाधर्माध्यक्ष साल्वातोरे
पेन्नाखियो की अध्यक्षता में अर्पित ख्रीस्तयाग तथा उसके बाद तीन घण्टों तक चले संगीत
एवं नृत्यों के रंगारंग कार्यक्रम द्वारा स्वर्ण जयन्ती समारोहों का समापन किया गया।
महाधर्मप्रान्त के प्रवक्ता फादर निगेल बैरट ने ऊका समाचार को बताया कि इस अवसर
पर मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑसवर्ल्ड ग्रेशियस ने विशेष रूप से शिक्षा एवं
स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा राष्ट्र को दिये गये महत्वपूर्ण योगदान का स्मरण दिलाया।
सन्त
पापा पौल षष्टम द्वारा, सन् 1964 ई. में 38 वें विश्व यूखारिस्तीय काँग्रेस के अवसर पर
सम्पन्न, पहली परमाध्यक्षीय प्रेरितिक यात्रा की स्वर्ण जयन्ती के उपलक्ष्य में 06 नवम्बर
से मुम्बई के विभिन्न गिरजाघरों में पवित्र घड़ियों एवं प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया
गया था। इसके अतिरिक्त बान्द्रा के सेन्ट जोसफ स्कूल में यूखारिस्तीय काँग्रेस की तस्वीरों
की एक प्रदर्शनी आयोजित की गई थी।
फादर निगेल ने बताया कि जयन्ती समारोहों के
तहत 03 दिसम्बर को रक्तदान अभियान सम्पन्न किया गया था तथा काथलिकों से आग्रह किया गया
था कि वे निर्धनों एवं ज़रूरतमन्दों के लिये चन्दा एकत्र करें। इस माह के दौरान कार्डिनल
ग्रेशियस के नेतृत्व में मुम्बई के धर्माध्यक्षों, पुरोहितों एवं धर्मबहनों ने अस्पतालों,
बन्दीगृहों एवं वृद्धाश्रमों की भी भेंट की।