न्याय की रक्षा के लिये परमधर्मपीठ और ब्रिटेन एक साथ
रोम, बृहस्पतिवार 4 दिसंबर, 2014 (सेदोक,वीआऱ) ब्रिटेन और होली सी अर्थात परमधर्मपीठ
रोम के बीच स्थापित संबंध की शतवर्षीय जुबिली समारोह के अवसर पर रोम के सेंट पौल आउट
साइड द वॉल महागिरजाघर में आयोजित यूखरिस्तीय बलिदान अर्पित करते हुए वाटिकन सिटी स्टेट
के सचिव कार्डिनल पियेतरो पारोलिन ने कहा कि न्याय की रक्षा के लिये वाटिकन और ब्रिटेन
एक है।
उन्होंने कहा, " प्रभु येसु ख्रीस्त दुनिया में सुसमाचार के प्रचार के
लिये अपने चेलों को भेजते रहते हैं ताकि दुनिया में शांति की स्थापना हो। "
विदित
हो इन्हीं शब्दों को संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने 16 सितंबर 2010 स्कॉटलैंड के ग्लास्गोवान
शहर के बेलाहाउस्टॉन पार्क में कही थी।
कार्डिनल पारोलिन ने शतवर्षीय समारोह के
अवसर पर न्याय, शांति और मेल-मिलाप विषय पर अपना प्रवचन दिये और कहा कि ये सब काथलिक
कलीसिया और अंगलिकन कलीसिया के तथा ब्रिटिश सरकारों के प्रयासों के अच्छे परिणाम हैं।
कार्डिनल ने कहा कि शतवर्षीय समारोह एक ऐसा अवसर है जब इस बात के ईश्वर को धन्यवाद
दे सकते हैं कि उन्होंने हमारे विश्वास को मजबूत किया है और इसकी नींव को ख्रीस्तीय और
नैतिक मूल्यों से सींचा है।
कार्डिनल पारोलिन ने इस अवसर पर अन्तर कलीसियाई एकता
के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति की भी सराहना कि और कहा कि इस समिति ने ' होली सी '
तथा वार्ता के लिये बनी अंगलिकन रोमन काथलिक अन्तरराष्ट्रीय आयोग के साथ मिल कर एकता
के लिये अनेक पहल किये हैं।
वाटिकन सचिव ने इस बात पर बल दिया कि व्यक्ति के
लिये यह ज़रूरी है कि वह संदेश को ध्यान से सुने और इसका प्रचार करे यह अमर है।हम इस
बात को ठीक से जानें कि दुनिया को लोग येसु द्वारा दिये जाने वाले प्रेम और सत्य के लिये
तरस रहे हैं।
यूखरिस्तीय बलिदान में वाटिकन सचिव के अलावा ब्रिटेने के कई धर्माध्यक्ष,
सरकारी प्रतिनिधिमंडल, अंगलिकन कलीसिया के प्रतिनिधि और सोवरेन मिलिटरी ऑर्डर ऑफ़ मॉल्टा
के सदस्य तथा बेनेदिक्तीन मठवासी भी शामिल थे।