वाटिकन सिटीः लोगों का शोषण मानवता के विरुद्ध अपराध, सन्त पापा फ्राँसिस
वाटिकन सिटी, बुधवार, 03 दिसम्बर सन् 2014 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि
लोगों का शोषण मानवता को विरुद्ध अपराध है।
मंगलवार को वाटिकन में सन्त पापा
फ्राँसिस के नेतृत्व में, आधुनिक दासता के उन्मूलन को समर्पित अन्तरराष्ट्रीय दिवस के
उपलक्ष्य में, काथलिकों सहित ऑरथोडोक्स एवं एंग्लिकन ख्रीस्तीय, मुसलमान, यहूदी, बौद्ध
एवं हिन्दु धार्मिक नेताओं ने एक संयुक्त घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर कर आधुनिक दासता सम्बन्धी
नकारात्मक गतिविधियों के विरुद्ध एक साथ आवाज़ उठाई।
संयुक्त घोषणा पत्र पर काथलिक
कलीसिया की ओर से स्वयं सन्त पापा फ्राँसिस ने हस्ताक्षर किये। मुसलमानों की ओर से मिस्र
के अल अज़हर के प्रधान ईमाम के प्रतिनिधि डॉ. अब्बास अब्दल्लाह, आयोतोल्लाह मुहम्मद ताकी
–अल मोदारेस्सी, एंग्लिकन ख्रीस्तीयों के धर्मगुरु केनटरबरी के महाधर्माध्यक्ष जस्टीन
वेल्बी, यहूदियों की ओर से रब्बी अब्राहम स्कोरका एवं डेविड रोज़न, बौद्ध धर्मानुयायियों
की ओर से मलेशिया के प्रधान भिक्षु श्री धम्मारत्ना एवं थायलैण्ड के भिक्षु भिकुनी खोंग
तथा हिन्दु धर्मानुयायियों की ओर से अम्मा माता अमृतानन्दमयी ने हस्ताक्षर किये।
हस्ताक्षर
समारोह में विश्व के विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए सन्त पापा
फ्राँसिस ने कहा कि लोगों से उनकी स्वतंत्रता छीन लेना तथा उनका उपयोग दासों के सदृश
करना मानवता के विरुद्ध घोर अपराध है जिसके उन्मूलन के लिये सभी को प्रयासरत रहना चाहिये।
उन्होंने कहा, "हमारे विश्वास को मानने वाले प्रत्येक व्यक्ति की ओर से हम घोषित करते
हैं कि मानव तस्करी, वेश्यावृत्ति, यौन शोषण, बन्धुआ मज़दूरी, बाल मज़दूरी तथा जननांगों
के व्यापार में प्रकट आधुनिक दासता मानवता के विरुद्ध एक जघन्य अपराध है जिसके शिकार
प्रायः हमारे निर्धन से निर्धनतम भाई बहन बनते हैं।"
ग्लोबल फ्रीडम नेटवर्क
तथा वॉक फ्री फाऊन्डेशन ने इस पहल की पैरवी की थी जिसके तहत सन् 2020 तक आधुनिक प्रकार
की दासताओं तथा मानव तस्करी के उन्मूलन हेतु लक्ष्य रखा गया है। ग्लोबल फ्रीडम नेटवर्क
एवं वॉक फ्री फाऊन्डेशन द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार विश्व के लगभग तीस करोड़ साठ लाख
लोग आधुनिक दासता के जाल में फँसे हैं।