2014-12-01 13:52:00

संत पापा ने शरणार्थियों में नयी आशा जगायी


इस्ताम्बुल, 1 दिसंबर, 2014 (सीएनए) संत पापा फ्राँसिस ने तुर्की की अपनी प्रेरितिक यात्रा के दौरान कार्यक्रम से हटकर शरणार्थियों से मिलने गये और कई लोगों से मुलाक़ात की और उनका हाल – समाचार पूछा।

बारम नामक एक 30 वर्षीय तुर्की निवासी महिला ने कहा कि तुर्की में मुसलमान बहुमत में हैं और उनमें से कई ईसाइयों के बारे में नहीं जानते हैं पर संत पापा के आने से ख्रीस्तीयों के प्रति मुसलमानों का जो रवैया है वह अवश्य ही बेहतत्तर होगा।

उन्होंने कहा कि संत पापा का उनसे मिलने आना और उनका विभिन्न नेताओं से मुलाकात करना एक उत्तम उदाहरण है और उनका विश्वास है कि समय बदलेगा और अच्छे दिन आयेंगे।

उस महिला ने कहा कि संत पापा ने छोटे दलों के साथ भेंट की ये छोटे दल अन्यों को प्रभावित करेंगे और फिर दूसरे दल अन्यों को प्रभावित करेंगे।

एक अन्य महिला तेईस वर्षीय इसावेल ने कहा कि संत पापा से उनकी मुलाक़ात एक स्वप्न के समान था क्यों कि जिस तरह की राजनीतिक परिस्थितियाँ है वह आसान नहीं था। पर उनके आने से एक नयी आशा जगी है। अब निश्चिय ही ऑरथोडॉक्स और काथलिकों के बीच एकता बढ़ेगी। इतना ही नहीं अन्य धर्मावलंबी विशेष करके मुसलमानों के साथ भी सौहार्दपूर्ण संबंध मजबूत होगा।

इसाबेल का कहना है कि संत पापा बहुत ही शालीन इंसान है उनकी उपस्थिति से परिस्थितियाँ शीघ्रता से बदलेंगीं।

विदित हो संत पापा फ्राँसिस ने 28 से 30 नवम्बर तक तुर्की की प्रेरितिक यात्रा की और इस्तांबुल के हगैया सोफेया संग्रहालय का दौरा करने के बाद शरणार्थियों से मिलने के लिये अपना समय निकाला।







All the contents on this site are copyrighted ©.