2014-11-21 15:46:31

कलीसिया के प्रति ठोकर की निंदा


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 21 नवम्बर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ वाटिकन स्थित अतिथि आवास संत मार्था के प्रार्थनालय में शुक्रवार 21 नवम्बर को संत पापा फ्राँसिस ने पावन ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में कलीसिया के प्रति ठोकर की निंदा की।
उन्होंने प्रवचन में कहा, ″पुरोहितों, लोकधर्मियों तथा वेदी सेवकों को मंदिर के देखभाल की ज़िम्मेदारी होती है जो एक धंधा बन सकता है तथा लोगों के लिए ठोकर का कारण बन सकता है।″
संत पापा ने कहा कि इसके लिए हम सभी जिम्मेदार हैं क्योंकि यदि हम इस प्रकार के कार्यों को देखते हुए भी मुँह नहीं खोलते। ईश प्रजा उन याजकों को क्षमा कर देती है जो पाप में गिर जाते या कमजोर होते हैं किन्तु वे दो कारणों से उन्हें क्षमा नहीं कर पाते, जो धन या रुपये पर आसक्त होते तथा जो दूसरों का शोषण करते हैं।

संत पापा ने कहा कि ईश्वर और धन रूपी दो स्वामियों की सेवा, एक साथ करना सम्भव नहीं है। यही कारण है कि मंदिर में खरीद बिक्री करते देख येसु का क्रोधित भड़क उठता है। लोग बाजार में व्यस्त थे जबकि ईश्वर प्रदत्त मुक्ति की कीमत हमें चुकानी नहीं पड़ती है वह मुफ्त वरदान है।
प्रवचन में संत पापा ने संत लूकस रचित सुसमाचार पाठ पर चिंतन किया जहाँ येसु मंदिर में खरीद बिक्री करने वालों को खदेड़ते हैं।

संत पापा ने कहा कि कलीसिया कभी भी व्यापार स्थल नहीं बन सकती।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग अच्छे थे वे मंदिर आते थे किन्तु अन्य चीजों पर ध्यान न देकर ईश्वर से प्रार्थना करते थे जबकि मंदिर में निवास करने वाले लोग भी ईश प्रजा पर ध्यान देने के बजाय खरीद बिक्री में व्यस्त थे। संत पापा ने कहा कि व्यापार में घोटाला सांसारिक धंधा है।
संत पापा ने माता मरिया की मध्यस्थता द्वारा प्रार्थना की कि वह सभी विश्वासियों को कृपा दे कि वे ईश मंदिर को स्वच्छ रखने की अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरह निभा सकें।








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