वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार 20 नवम्बर, 2014. (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने इस्राएल
एवं फिलीस्तीन के नेताओं से पुनः अपील की है कि वे हिंसा बंद करें और शांति का रास्ता
अपनायें। संत पापा उक्त अपील उस समय की जब येरूसालेम में हुए हिंसा से कई लोगों की
मृत्यु हो गयी। समाचार के अनुसार 2 फिलीस्तीनी व्यक्ति हथियार से लैस होकर येरूसालेम
के सिनागोग में घुस आये और अंधाधुँध गोलियाँ चलायीं। हमले में तीन अमेरिकी इस्राएली
रबी और एक ब्रिटिश इस्राएली व्यक्ति की मृत्यु हो गयी। एक इस्राएली पुलिसकर्मी भी घायल
हो गया था जिसकी बाद में मृत्यु हो गयी। संत पापा ने बुधवारीय आमदर्शन समारोह के
अन्त में शांति के लिये विशेष प्रार्थना की और कहा, " मैं येरूसालेम तथा पवित्र भूमि
के अन्य भागों में हो रही घटनाओं के बारे में अति सूक्ष्मता से जानकारी प्राप्त कर रहा
हूँ और हाल में हुई हिंसा से दुःखी हूँ।" हिंसा जो उन्हें भी नहीं छोड़ती जो प्रार्थना
करने के लिये प्रार्थनालय जाते हैं ऐसी हिंसा को स्वीकारा नहीं जा सकता। संत पापा
ने कहा कि वे उन सब लोगों के लिये विशेष प्रार्थना करते हैं जो इन हिंसक घटनाओं में मारे
गये हैं। मैं उनके लिये भी प्रार्थना करता हूँ जो हिंसा के कारण दुःख उठा रहे हैं। अपने
दिल की गहराई से मैं याचना करता हूँ कि दोनों पक्ष जो इन घटनाओं से जुड़े हैं हिंसा और
घृणा के इस जंजाल का अंत करें और साहसपूर्ण निर्णय करें ताकि मेल-मिलाप को बढ़ावा मिल
सके। शांति के लिये कार्य करना कठिन है पर बिना शांति के जीवन पीड़ापूर्ण है।