येरुसालेम, बुधवार 19 नवम्बर, 2014 (बीबीसी) पश्चिमी येरूशलम में एक यहूदी धर्मस्थल
में हुए हमले में कम से कम चार इसराइली नागरिकों की मौत हो गई है और आठ घायल हो गए हैं।
पुलिस
के मुताबिक पूर्वी येरूसालेम के दो फ़लस्तीनी लोगों ने पिस्तौल, चाकू और कुल्हाड़ियों
के साथ हमला किया. बाद में उन्हें गोली मार दी गई।
येरूसालेम में एक विवादित
को लेकर तनाव के चलते पिछले कुछ वक्त में कई घातक हमले और झड़पें हुई हैं।
इसराइली
प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने येरूसालेम में पिछले छह साल में हुए सबसे का 'पुरज़ोर'
जवाब देने का ऐलान किया है।
एक बयान में नेतन्याहू ने कहा, "यह हमास और अबु माज़ेन
() के उकसावे का सीधा नतीजा है. उकसावा जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय ग़ैर ज़िम्मेदारी से
नज़रअंदाज़ कर रहा है"।
फ़लस्तीनी गुट हमास और अब्बास की फ़तह पार्टी इस साल की
शुरुआत में संयुक्त सरकार बनाने पर सहमत हो गई थीं, उस वक्त भी इसराइल ने इसकी निंदा
की थी।
वहीं महमूद अब्बास के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है, "राष्ट्रति
यहूदियों के पूजा स्थल पर भक्तों पर हमले और आम नागरिकों की हत्या की निंदा करते हैं,
चाहे यह किसी का भी काम हो।"
हमास और अन्य फ़लस्तीनी इस्लामिक चरमपंथी समूह, इस्लामिक
जिहाद, ने हमले की तारीफ़ की है. इसराइल दोनों गुटों को 'आतंकवादी' संगठन मानता है।
अमरीकी
विदेश मंत्री का कहना है कि यह "विशुद्ध रूप से 'आतंकी' घटना है... इंसानियत में इसकी
कोई जगह नहीं है"।