स्वर्ण जयन्ती मना रही है ख्रीस्तीय एकता की परमधर्मपीठीय समिति
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 18 नवम्बर 2014 (वीआर अंग्रेजी)꞉ ख्रीस्तीय एकता को प्रोत्साहन
देने हेतु बनी परमधर्मपीठीय समिति, अंतरधार्मिक वार्ता पर आधारित वाटिकन द्वितीय महासभा
के दस्तावेज़ ‘यूनितातिस रेदिनतेग्रासियो’ की 50 वीं वर्षगाँठ पर इस सप्ताह स्वर्ण जयन्ती
समारोह मनायेगी।
ख्रीस्तीय एकता को प्रोत्साहन देने हेतु बनी परमधर्मपीठीय समिति
की चार दिवसीय सभा मंगलवार, 18 नवम्बर को आरम्भ हुई। जिसमें स्वर्ण जयन्ती समारोह का
भी आयोजन किया गया है।
स्वर्ण जयन्ती के उपलक्ष्य में रोम स्थित संत पौल महागिजाघर
में वृहस्पतिवार को संध्या प्रार्थना की जाएगी तथा शुक्रवार प्रातः को परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन
विश्वविद्यालय में सार्वजनिक रूप से यादगारी मनायी जाएगी।
ज्ञात हो कि वाटिकन
द्वितीय महासभा की दस्तावेज़ ‘यूनितातिस रेदिनतेग्रासियो’का प्रकाशन 21 नवम्बर सन् 1964
ई. को हुआ था जिसके माध्यम से कई दलों का निर्माण किया गया जिससे कि विभिन्न कलीसियाओं
एवं समुदायों के बीच विभाजन को खत्म किया जा सके।