संत पापा ने इटली के काथलिक चिकित्सकों से मुलाकात की
वाटिकन सिटी, शनिवार, 15 नवम्बर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 15 नवम्बर
को पौल षष्टम सभागार में इटली के काथलिक डॉक्टरों से मुलाकात की। इताली काथलिक चिकित्सक
संघ की स्थापना की 70 वीं वर्षगाँठ पर रोम में एकत्रित डॉक्टरों से मुलाकात कर संत पापा
ने उनके कार्यों की सराहना की तथा उनकी सेवा को, मानव एवं उसकी आध्यात्मिक मदद हेतु एक
सच्ची प्रेरिताई कहा। उन्होंने कहा, ″मानव जीवन पर ग़ौर करें तो कलीसिया की प्रेरिताई
विशेषकर, मुसीबतों में पड़े, बीमारों, वयोवृद्धों तथा बच्चों की सेवा से संलग्न है। उसके
विचार-विमर्श का मुद्दा मानव जीवन से जुड़ा है जो सुसमाचार पर आधारित है जबकि कई स्थानों
पर अर्थव्यवस्था, सौंदर्य और भौतिक सुख आदि को जीवन में मुख्य स्थान दिया जाता है और
जीवन के अन्य आयामों जैसे आध्यात्मिक तथा धार्मिक बातों को अनदेखा किया जाता है। उन्होंने
कहा कि विश्वास के आलोक में तथा सही तर्कों द्वारा यह प्रमाणित किया जा चुका है कि मानव
जीवन सदा से पवित्र और मूल्यवान है। संसार में मानव जीवन से बढ़कर कोई दूसरा चीज नहीं
है। जिस प्रकार मानव अन्य सभी वस्तुओं से बढ़कर है वैसे ही यह सबसे महत्वपूर्ण भी है। संत
पापा ने चिकित्सकों से कहा, ″आप सभी काथलिक डॉक्टर अपने पेशे तथा अपने वचन और कर्म से
यही प्रदर्शित करना है कि मानव जीवन पवित्र, मूल्यवान और अनुल्लंघनीय है जिसके कारण वह
प्यार किये जाने, बचाये जाने एवं स्वस्थ किये जाने के योग्य है।″ आप अपनी प्रतिज्ञा द्वारा
सदा जीवन के लिए समर्पित हैं किन्तु सुसमाचार आपको और आगे ले चलता है विशेषकर, जब बीमारों
की खास देखभाल की आवश्यकता पड़ती है। संत पापा ने डॉक्टरों को सलाह दी कि एक चिकित्सक
के रूप में वे कई प्रकार के रोगियों के सम्पर्क में आते हैं इस क्रम में वे ‘भले समारीतानी’
की तरह पेश आयें। वयोवृद्धों, बीमारों एवं असहाय लोगों का विशेष ख्याल रखें। सुसमाचारी
सलाहों के प्रति वफादार रहते हुए उन्हें ईश्वर के दान स्वरूप स्वीकार करें।