2014-11-13 16:18:24

जीवन जोखिम में डाल, शरणार्थियों की सहायता करतीं धर्मबहनें


बेरट, बृहस्पतिवार, 13 नवम्बर 2014 (सीएनए)꞉ लेबनान और सीरिया की सीमावर्ती क्षेत्रों में, शरणार्थियों की सेवा में जुटी दो धर्मबहनें, अपने को जोख़िम में डालकर सीरियाई संघर्ष से भागे हज़ारों लोगों की मदद कर रही हैं।

भला चरवाहा को समर्पित धर्मसमाज की धर्मबहन मिकेलिने लाट्टौफ ने एशियान्यूज़ से कहा, ″मैं प्रार्थना पर भरोसा रखती हूँ। मैं उपाय निकालती हूँ कि किस प्रकार बच्चों और परिवारों की मदद की जाए।″
सिस्टर मिकेलिने लाट्टौफ लेबनान के उत्तर में बेक्का गाँव में भला चरवाहा समुदाय की निर्देशिका हैं।
दूसरी धर्मबहन निकट के ही अन्य क्षेत्र में छः सदस्यों के साथ कार्यरत है जो 8000 से 9000 सीरियाई शरणार्थियों की मदद कर रही है।

शरणार्थियों में अधिकतर लोग सुन्नी मुसलमान हैं। वे मुस्लिम क्षेत्रों में असुरक्षा महसूस करते हैं अतः सुरक्षा की खोज में ईसाई बहुल क्षेत्र बालबेक की ओर प्रस्थान करते हैं।

सिस्टर मिकलिन ने कहा कि ख्रीस्तीयों के साथ रहने में वे भय का अनुभव नहीं करते क्योंकि हम शांतिप्रिय लोग हैं। हम प्रेम और शांति से जीना चाहते हैं।″
टेंट तथा टाट बोरा और प्लास्टिक आदि से बने घरों में बहुत से शरणार्थी, भला चरवाहा की धर्मबहनों के समुदाय के नजदीक रहते हैं।

धर्मबहनों द्वारा समुदाय की स्थापना लेबनान के बच्चों की शिक्षा हेतु की गयी थी किन्तु उन्होंने अपनी प्रेरिताई को विस्तृत रूप दे कर शरणार्थी बच्चों को भी शिक्षा दे रहे हैं तथा सीरियाई परवारों की मदद कर रहे हैं।
धर्मबहनें शरणार्थियों के बीच में से ही शिक्षकों को खोज निकालते तथा उन्हें बच्चों को पढ़ाने का काम देकर उन्हें वेतन देती हैं।








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