सब संतों के पर्व दिवस पर संत पापा ने देवदूत प्रार्थना का पाठ किया
वाटिकन सिटी, शनिवार, 1 नवम्बर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर
के प्राँगण में शनिवार 1 नवम्बर को, सब संतों के पर्व दिवस पर संत पापा फ्राँसिस ने भक्त
समुदाय के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया।
उन्होंने देवदूत प्रार्थना के पूर्व
विश्वासियों को सम्बोधित कर कहा, ″नवम्बर महीने के प्रथम दो दिन जीवन के ‘अंतिम दिनों’
पर हमारे विश्वास, प्रार्थना तथा चिंतन हेतु महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि सभी संतों,
मृत विश्वासियों एवं पृथ्वी पर यात्री कलीसिया की यादगारी में यह धर्मविधि, एक आध्यात्मिक
बंधन के रूप में कलीसिया को स्वर्ग के साथ एक कर देती है।″
संत पापा ने
असंख्य संतों के लिए ईश्वर की प्रशंसा करते हुए सभी मृत विश्वासियों की याद की और कहा
कि वे धन्य कुँवारी मरियम, प्रेरितों, शहीदों तथा स्वर्ग में सभी संतों की संगति में
हैं।
उन्होंने कहा कि आज की धर्मविधि हमारे विश्वास की आधारभूत सच्चाई ‘संतों
की संगति’ को समझने में मदद करती है। यह संगति उन सभी लोगों को प्राप्त होती तथा उन्हें
एकता के सूत्र में बाँध देती है जो बप्तिस्मा द्वारा ख्रीस्त के हो गये हैं। यह आध्यात्मिक
एकता है। वह मृत्यु द्वारा नष्ट नहीं होती किन्तु आगे के जीवन तक बनी रहती है। इस प्रकार
हम एक बृहद परिवार का निर्माण करते हैं।
संत पापा ने कहा कि स्वर्ग और पृथ्वी
के बीच यह सुन्दर एकता पावन ख्रीस्तयाग में अपने चरम पर होती है जो कलीसिया के सदस्यों
की गहरी एकता को प्रकट करती है। पावन ख्रीस्तयाग में हम जीवित येसु से मुलाकात करते तथा
उनसे बल प्राप्त करते हैं। विश्वास द्वारा हम इहलोक और परलोक के सभी भाई-बहनों से भी
मुलाकात करते हैं। यह एकता हमें आनन्द से परिपूर्ण कर देती है। हमारे लिए यह जानना अच्छा
है कि हमारे भाई बहन हम से पहले स्वर्ग पहुँच चुके हैं जिससे कि हम महिमामय तथा करूणावान
पिता के चेहरे का दर्शन कर सकें।