सुरक्षा के लिये अन्तरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता का प्रचार ज़रूरी
वॉशिंगटन, डी.सी. बुधवार 29 अक्तूबर, 2014 (सीएनए) अन्तरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता
के लिये बनी अमेरिकी आयोग की अध्यक्षा डॉ. कतरीना लान्तोस ने कहा है कि अमेरिका सुरक्षा
के लिये ' इसिस ' जैसे ख़तरों से बचे और अन्तरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता का प्रचार
करे।
उन्होंने कहा कि अमेरिका को वैसे राष्ट्रों से सुरक्षा संबंधी जोखिमों का
सामना करना पड़ रहा है जहाँ मौलिक अधिकारों की सुरक्षा की गारंटी नहीं है।
डॉ.
कतरीना ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने 27 अक्तूबर मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय धार्मिक
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभा को संबोधित किया।
विदित हो कि सन् 1998 ईस्वी
में 27 अक्तूबर को ही अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक को सदन में पारित किया
गया था।
आयोग की अध्यक्षा ने इस बात को दुहराया कि अमेरिका को उन राष्ट्रों से
सुरक्षा संबंधी खतरे हैं जहाँ पर मानवाधिकारों का हनन होता है।
मध्य पूर्वी राष्ट्रों
में ' इसिस ' इसका उदाहरण है। जब देश में व्यक्ति को अंतःकरण की स्वतंत्रता न हो तो
ऐसी परिस्तिथि उग्रवाद को जन्म देती है। ठीक इसके विपरीत जहाँ लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता
हो वहाँ को लोग सहनशील और शांतिप्रिय होते हैं तथा आर्थिक रूप से भी सफल होते है।
डॉ.
स्वेत्त ने संसद में माँग की कि विदेश नीति में अमेरिका धार्मिक स्वतंत्रता को सर्वोच्च
प्राथमिकता दे विशेष करके सरकारी स्तर पर, काँग्रेस में तथा राज्य सरकार के विभागों में
और ह्वाइट हाउस में।