श्रोताओं के पत्र पत्र- 22.9.14 आदरणीय पिताजी आप सभी को प्रभु येसु के नाम में
नमस्कार। आप के समाचारों और फेसबुक द्वारा प्रकाशित समाचार को पढ़कर मुझे खुशी हैं कि
हमारे संत पापा फ्रांसिस का हार्दिक स्वागत माता तेरेसा की जन्म भूमि अल्बानिया में किया
गया। संत पापा की यात्रा सफल हो यही कामना हैं। विद्यानन्द रामदयाल, पियर्स मोरिसस।
पत्र- 6.10.14 श्रद्धा, भक्ति और समर्पण के भाव से परिपूर्ण विजयादशमी का मूल
संदेश है- बुराई पर अच्छाई की, असत्य पर सत्य की एवं राक्षसी प्रवृति पर सात्विक प्रवृति
की विजय। असंख्य लोगोँ की आस्था एवं विश्वासानुसार स्नेह, करुणा एवं शक्ति की प्रतिमूर्ति
माँ दुर्गा सबकी पीड़ा व दुःखोँ को दूर करती है तथा सन्मार्ग पर चलने हेतु प्रेरित करती
है। भक्तों द्वारा जगतकारिणी भगवती को जग जननी, जगदम्बा, दुर्गा, चण्डी इत्यादि विभिन्न
नामों से संबोधित कर मातृभाव से उनकी उपासना व अराधना करना इस पर्व की विशेषता है। विजयादशमी
में महिला शक्ति की उत्कृष्टता एवं सर्वोच्चता की भावना भी निहित है जिससे महिला सशक्तिकरण
की भावना को और बल मिलता है तथा हमारे अंदर की संकीर्णता दूर होती है। आपसी एकता, समरसता,
सद्भाव एवं भाईचारे के प्रतीक का यह त्योहार राम कथा के उत्सर्ग का भी पर्व है। अतः इस
पुनीत अवसर पर विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनायेँ! डॉ. हेमान्त कुमार, प्रियदर्शनी
रेडियो लिसर्न्स क्लब के अध्यक्ष, गोराडीह भागलपुर, बिहार। पत्र- 10.1.14 महाशय
जय येसु। कृपया कैलेंडर और संत पापा के फोटो के साथ रेडियो समय सारणी भेजें। आपका श्रोता। ब्रादर
निरंजन होरो, ट्राइबल स्कूल कार्यकर्ता, सुन्दरगढ़, उड़िसा।