वाटिकन सिटी, शुक्रवार 10 अक्तूबर, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार
10 अक्तबूर को वाटिकन स्थित सान्ता मार्था अतिथि निवास के प्रार्थनालय में यूखरिस्तीय
बलिदान अर्पित करते हुए अंतःकरण की जाँच करने पर प्रवचन दिया। संत पापा ने कहा कि
आज का सुसमाचार हमें इस बात की याद दिलाता है कि यदि हम चाहते हैं कि बुरी आत्मा को अपने
दिल में प्रवेश करने से बचना चाहते हैं तो एक बहुत ही पुरानी काथलिक परंपरा का पालन करें।
और यह परंपरा है - अंतःकरण की जाँच। उन्होंने कहा कि शैतान बहुत धैर्यवान है वह
हमारी आत्मा को पाना चाहता है और इससे दूर नहीं जाना चाहता। सुसमाचार लेखक संत लूकस
येसु की रेगिस्तान में परीक्षा की घटना लिखने के बाद कहते हैं कि शैतान ने येसु को '
कुछ देर के लिये ' छोड़ दिया। वह येसु की परीक्षा लेने के लिये बार-बार येसु के पास
लौटता रहा। वह येसु के दुःखभोग के समय और क्रूस में चढ़ाये जाने तक उसके पास आया और कहा
था, " यदि तुम ईश्वर के पुत्र हो तो क्रूस से उतर जाओ और हम सब तुमपर विश्वास कर लेंगे
कि तुम ईशपुत्र हो। " संत पापा ने कहा कि ऐसे शब्द हमें प्रभावित करते हैं पर क्या
आप शैतान की बातें मान लेंगे। कदापि नहीं। शैतान ने येसु की परीक्षा अंतिम क्षण तक ली
और हमारे साथ भी वैसा ही करता है। संत पापा ने येसु के शब्दों की प्रशंसा करते हुए
कहा कि ऐसे समय में येसु ने कहा कि जो मेरे साथ नहीं बटोरता वह बिखेरता है। आज हमारे
लिये यह अति आवश्यक है कि हम अपने ह्रदय में जमा करें। अपने ह्रदय में जमा करने का अर्थ
है अंतःकरण की जाँच करना। अंतःकरण की जाँच से हम जानते हैं कि हमारे दिल में क्या हो
रहा है। अंतःकरण की जाँच एक कृपा है जिसके द्वारा पवित्र आत्मा हमारे ह्रदय की रक्षा
करता, हमें शैतान के प्रलोभन से बचाता और शैतान को हमारे दिल में प्रवेश नहीं करने देता।