वाटिकन सिटीः विवाह और परिवार पर ख्रीस्तीय सन्देश की पुनर्प्रस्तावना अनिवार्य,
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 07 अक्टूबर सन् 2014 (सेदोक): वाटिकन में 5 से 19 अक्तूबर तक जारी
विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की विशिष्ट आम सभा के पहले विचार विमर्श सत्र से पूर्व कार्डिनल
पीटर एरदो ने कहा कि विवाह और परिवार सम्बन्धी ख्रीस्तीय सन्देश की पुनर्प्रस्तावना धर्माध्यक्षीय
धर्मसभा का लक्ष्य है।
कार्डिनल एरदो ने कहा कि वैयक्तिकवाद से चिह्नित विश्व
में विवाह एवं परिवार पर ख्रीस्तीय सन्देश के सौन्दर्य को नये तरीके से प्रस्तुत करने
की ज़रूरत है ताकि लोगों को दया से प्रेरित एवं उदारता से परिपूर्ण ठोस उत्तर दिये जा
सके।
कार्डिनल महोदय ने कहा, "वैयक्तिकवाद एवं मीडिया की छवि के प्रति चिन्तित
विश्व में कलीसिया को अनर्थवाद एवं त्याग देने की प्रवृत्ति से हार नहीं मानना चाहिये
क्योंकि कलीसिया विश्वास की धरोहर की संरक्षिका है।"
इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित
कराते हुए कि विवाह एवं परिवार मानवीय संस्कृति से उत्पन्न मूल्य हैं उन्होंने कहा कि
कलीसिया का कार्य इन मूल्यों की रक्षा करना तथा इन्हें समर्थन देना है। उन्होंने कहा
कि विवाह के इच्छुक युवाओं और विशेष रूप से मंगेत्तरों के प्रशिक्षण पर ध्यान देना आवश्यक
है ताकि वे निष्ठा एवं फलप्रदता पर आधारित विवाह संस्कार की प्रतिष्ठा को उचित रीति से
बुद्धिगम्य कर सकें तथा उसी के अनुकूल जीवन यापन को तैयार हो सकें।
कार्डिनल
एरदो ने इस बात को स्पष्ट किया कि 19 अक्टूबर तक वाटिकन में जारी विश्व धर्माध्यक्षों
की धर्मसभा का उद्देश्य नवीकृत मानव सभ्यता में विवाह संस्कार एवं परिवार के मूल्यों
पर विश्व के पुरोहितों के लिये प्रेरितिक निर्देश तैयार करना है।