वाटिकन सिटीः एशिया में विवाहितों के अलगाव का कारण निर्धनता, कार्डिनल तागले
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 07 अक्टूबर सन् 2014 (सेदोक): फिलीपिन्स के काथलिक धर्माधिपति
एवं मनीला के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल लूईस अन्तोनियो तागले ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित
कराया है कि फिलीपिन्स एवं एशिया के अन्य देशों में विवाहित दम्पत्तियों के अलगाव का
मुख्य कारण निर्धनता है।
वाटिकन में 5 से 19 अक्टूबर तक जारी विश्व धर्माध्यक्षीय
धर्मसभा की विशिष्ट आम सभा में एशिया की ओर से भाग ले रहे कार्डिनल तागले ने काथलिक समाचार
सेवा से बातचीत में कहा कि फिलीपिन्स तथा एशिया के अन्य देशों में विवाहित दम्पत्तियों
का अलगाव एक गम्भीर समस्या है और इसका कारण तलाक नहीं है बल्कि निर्धनता के कारण विवाहित
दम्पत्ति अलग होने के लिये बाध्य होते हैं।
उन्होंने कहा कि परिवार की अर्थव्यवस्था
को सुधारने के लिये विवाहित दम्पत्ति विदेशों में नौकरियाँ ढूँढ़ते हैं तथा इस प्रक्रिया
में प्रायः दम्पत्तियों को अलग अलग जीवन यापन करने के लिये बाध्य होना पड़ता है।
कार्डिनल
तागले ने कहा कि परिवार की खुशहाली के लिये वे अलग-अलग जीवन यापन को तैयार हो जाते हैं
इसलिये कि वे अपने परिवार से तथा अपनी सन्तानों से प्रेम करते हैं। उन्होंने कहा, "अपने
परिवार के प्रति प्रेम, समर्थन एवं उत्कंठा प्रदर्शित करने का सर्वोत्तम तरीका परिवार
का परित्याग कर नौकरी के लिये अन्यत्र जाना होता है।"
फिलीपिन्स का उदाहरण
देते हुए उन्होंने बताया कि फिलीपिन्स की 11 प्रतिशत जनता विदेशों में नौकरीरत है। इनमें
सर्वाधिक फिलीपिनी लोग अमरीका, सऊदी अरब, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात एवं ऑस्ट्रेलिया
में जीवन यापन करते हैं।