वाटिकन सिटीः शरणार्थियों की मदद में जुटी कारितास तुर्की
वाटिकन सिटी, बुधवार, 01 अक्टूबर सन् 2014 (सेदोक): वाटिकन स्थित विश्वव्यापी काथलिक
उदारता संगठन कारितास की तुर्की शाखा इस समय सिरिया तथा ईराक से आनेवाले नये शरणार्थियों
की मदद में जुट गई है।
सिरिया एवं ईराक में इस्लामिक स्टेट के लड़ाकाओं के हमलों
के बाद इन देशों से हज़ारों कुर्दी शरणार्थी तुर्की की सीमा पर आ गये हैं। संयुक्त राष्ट्र
संघीय शरणार्थी एजन्सी (यूएनएचसीआर) का अनुमान है कि सिरिया के लगभग आठ लाख शरणार्थी
तुर्की में शरण ले रहे हैं तथा वर्ष के अन्त तक यह संख्या 15 लाख तक पहुँच सकती है। इनके
अतिरिक्त पचास हज़ार से अधिक ईराकी शरणार्थी तुर्की की सीमा पर पंजीकरण की प्रतीक्षा
कर रहे हैं।
सिरियाई तथा ईराकी शरणार्थियों की मदद के लिये तुर्की कारितास शाखा
राहत कार्यों में पूरा योगदान प्रदान कर रही है।
कारितास तुर्की की स्वयंसेविका
कियारा रामबाल्दी ने वाटिकन रेडियो को बताया कि ईराकी शरणार्थियों में सबसे अधिक संख्या
इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों द्वारा ईराक से भगाये गये ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों की
है। उन्होंने बताया कि इनमें "मोसुल शहर एवं निनिवेह प्रान्त के अधिकांश शरणार्थी हैं
जिनकी गाथाएँ अत्यन्त दुखद हैं।"
रामबाल्दी ने बताया कि तुर्की की सीमा पर पहुँचे
ईराकी ख्रीस्तीयों ने बताया कि उन्हें आतंकित कर उनके घरों से निकाला गया जिनमें मार
पीट, तोड़-फोड़ एवं लूट सभी शामिल था। उनसे उनके घर, व्यापार के ठिकाने तथा जीविका के
साधन छीन लिये गये तथा घरों से पलायन के लिये उन्हें बाध्य किया गया।
रामबाल्दी
ने कहा कि इनमें बहुत से वृद्ध, महिलाएँ और बच्चे शामिल हैं जिन्हें तुरन्त चिकित्सा
की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि मुसलमान बहुल तुर्की में ईराकी ख्रीस्तीयों का शरण पाना
अपने आप में चुनौतीपूर्ण है इसलिये इन शरणार्थियों की मदद कारितास की प्राथमिकता है।
उन्होंने बताया कि ईराक एवं सिरिया के शरणार्थियों को इस्तामबुल, इज़मिर तथा
अंकारा जैसे शहरों में शरण प्रदान की जा रही है।