2014-09-26 16:04:18

गरीबों और ज़रूरतमंदों को ईश्वरीय प्रेम का साक्ष्य


वाटिकन सिटी, शुक्रवार 26 सितंबर, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने फोकोलारे आन्दोलन की आम सभा में भाग लेने वाले सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि फोकोलारे आन्दोलन के सदस्य इसलिये बुलाये गये हैं ताकि नये तरीके से सुसमाचार प्रचार करें और ईश्वरीय प्रेम का साक्ष्य दें विशेष करके गरीबों और समाज से दरकिनार किये गये लोगों को।

विदित हो कि रोम के निकट कास्तेल गंदोल्फो में 1 से 28 सितम्बर तक चली महासभा में फोकोलारे संगठन के सदस्यों ने अनेक मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के अलावा नये अध्यक्ष का चुनाव किया।

संत पापा ने फोकोलारे आन्दोलन की मरिया वोचे को दूसरी बार अध्यक्षा चुने जाने पर बधाइयाँ और शुभकामनायें दीं।

उन्होंने कहा कि फोकोलारे आन्दोलन को माता मरिया के क्रियाकलाप के रूप में जाना जाता है जो पवित्र आत्मा का एक विशेष वरदान है और सबको एकता के एकसूत्र में बाँधता है।

उन्होंने याद दिलाया कि फोकोलारे आन्दोलन की संस्थापिका कियारा लुबिक इस वरदान की एक बहुत बड़ी साक्ष्य थीं और उन्होंने इसका प्रचार-प्रसार पूरी दुनिया में किया।

संत पापा ने फोकोलारे संगठन के सद्यों को तीन शब्द प्रदान किये ताकि वे उससे प्रेरित होकर आज के चुनौतिपूर्ण युग में सुमसाचार का प्रचार कर सकें। वे शब्द हैं ‘चिन्तन, वार्ता और युवाओं का मार्गदर्शन’ ताकि वे भी दुनिया के लोगों की सेवा कर सकें।








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