2014-09-22 13:48:03

पुरोहितों, धर्मसमाजियों, सेमिनेरियनों और लोकधर्मी आन्दोलन के सदस्यों को संत पापा का संदेश


अल्बानिया, तिराना 22 सिंतबर, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा ने पुरोहितों, सेमिनेरियनों और लोकधर्मी आन्दोलन के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि वे व्यक्ति और व्यक्ति समुदाय को गुलाम बनानेवाले व्यक्तिवादी, टकराव और घृणापूर्ण संघर्ष जैसी नयी किस्म की तानाशाही का विरोध करने वालों की सराहना करते हैं।

अल्बानिया के इतिहास में एक ओर नास्तिक सरकार ने विश्वास का गला घोंटने का प्रयास किया तो इस प्रकार की ‘आधुनिक तानाशाही’ प्रेम को ही समाप्त करने का प्रयास करते हैं। नयी प्रकार की तानाशाही ख्रीस्तीय समुदाय को भी दूषित करती है।

संत पापा ने कहा कि ख्रीस्तीय इस प्रकार की सांसारिक मानसिकताओं से निराश न हों और ईश्वर के पथ पर आगे चलते रहें। ईश्वर सदा आपके साथ है और आपको सदा कृपायें देते और मजबूत बनाये रखते हैं ताकि आप एक-दूसरे को प्रेम और समझदारी के साथ स्वीकार करें और भ्रातृपूर्ण एकता बनायें रखें।

संत पापा ने कहा कि सुसमाचार प्रचार तब प्रभावपूर्ण हो जाता है जब कलीसियाई समुदाय, मिशनरी और स्थानीय पुरोहितगण एकता तथा टीमभावना से कार्य करें। इसके लिये ज़रूरत है उस साहस की जो काथलिक कलीसियाई शिक्षा, धर्मशिक्षा तथा मानव के समुचित विकास तथा लोकहितकारी कार्य करने के लिये एक साथ मिलकर कार्य करने और एक-दूसरे की मदद करने में मदद दे।

काथलिक कलीसिया को चाहिये कि वह भातृभाव और एकता से एक होकर समाज के लिये अपना योगदान दे।

संत पापा ने इस बात को स्वीकार किया कि ख्रीस्तीय रोज दिन कई समस्याओं का सामना करता है और पर यही समस्यायें उसके प्रेरितिक कार्यों को बखूबी और उत्साहपूर्वक करने में उसकी मदद करेगा।

संत पापा ने अल्बानिया के धर्मसमाजियों से अपील की कि वे पूर्ण उत्साह और उदारतापूर्वक लोगों की सेवा करने के लिये अपना आध्यात्मिक, ईशशास्त्रीय, सामुदायिक और मेषपालीय प्रशिक्षण प्राप्त करें ताकि वे लोगों का उचित मार्गदर्शन कर सकेँ।

उन्होंने कहा कि विपत्ति के समय में आप अपना धैर्य कदापि न खोयें। अपने पूर्वजों के पदचिह्नों पर चलते हुए आप येसु मसीह का साक्ष्य दें और उस आशा के सहारे अपना कदम बढ़ायें जो कदापि नहीं थके।

इस कार्य में माता मरिया आपकी रक्षा करे और आपकी आशा और आकांक्षाओं को पूरी करे।








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